मणिपुर के सेनापति में टीवी पत्रकार को गोली मारी गई
सुरभि सिम्मी
- 31 Aug 2025, 02:27 PM
- Updated: 02:27 PM
इंफाल/ गुवाहाटी, 31 अगस्त (भाषा) मणिपुर के सेनापति जिले में एक पुष्प महोत्सव को कवर कर रहे एक टीवी पत्रकार को गोली मार दी गई। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि नगालैंड स्थित ‘हॉर्नबिल टीवी’ के पत्रकार दीप सैकिया को हाथों और पैरों में गोलियां लगी हैं।
उन्होंने बताया कि घटना शनिवार शाम को नगा बहुल जिला स्थित लाई गांव में हुई, जहां सैकिया जिनिया पुष्प महोत्सव को कवर कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि असम के जोरहाट के रहने वाले सैकिया को पहले सेनापति के जिला अस्पताल ले जाया गया और बाद में बेहतर इलाज के लिए नगालैंड रेफर कर दिया गया।
स्थानीय लोगों ने बंदूकधारी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। हमलावर के पास एक ‘एयर गन’ थी।
पुलिस ने बताया कि वे पत्रकार पर हमला करने के मकसद का पता लगा रहे हैं।
दीमापुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती सैकिया ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हम पांच लोग थे और कार्यक्रम को कवर करने के बाद लौट रहे थे। रास्ते में गाड़ी रोककर हम बाहर निकले थे तभी अचानक मेरे दाहिने पैर में गोली लगी और कुछ ही सेकंड के अंतराल में दूसरी गोली मेरे दाहिने हाथ में लगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पांच लोगों में से सिर्फ मैं ही था जिसे दो बार गोली मारी गई थी।’’
असम के जोरहाट जिले के रहने वाले सैकिया ने दावा किया कि उन्हें जान से मारने की धमकियां मिली हैं, जिसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दे दी है।
उन्होंने कहा, ‘‘बिना सबूत के मैं किसी का नाम नहीं ले सकता लेकिन मेरे काम के कारण मुझे जान से मारने की धमकियां जरूर मिली हैं और मैं पुलिस से सभी पहलुओं की जांच करने का आग्रह करता हूं।’’
सैकिया को बेहतर उपचार के लिए गुवाहाटी ले जाया जा सकता है क्योंकि उनके शरीर से गोलियां अब तक नहीं निकाली गई हैं।
इस हमले की निंदा करते हुए ‘नगा जर्नलिस्ट्स यूनियन मणिपु’र (एनयूजेएम) ने रविवार को तथ्यान्वेषी समिति का गठन किया।
कुछ दिन पहले नगालैंड के उपमुख्यमंत्री यानथुंगो पैटन ने वोखा जिले में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में सैकिया की एक रिपोर्ट को लेकर उनकी आलोचना की थी। यह रिपोर्ट स्थानीय लोगों के आरोपों पर आधारित थी कि असम में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण रोधी अभियान चलाए जाने के बावजूद सीमा के उनके हिस्से में अधिकारी निष्क्रिय रहे।
‘हॉर्नबिल टीवी’ के संपादक जुथोनो मेक्रो ने हमले की निंदा करते हुए इसे प्रेस की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला बताया।
उन्होंने नगालैंड और मणिपुर की सरकारों से भी पूरी एवं निष्पक्ष जांच सुश्चित करने का आग्रह किया।
भाषा सुरभि