‘अपशब्दों’ के लिए माफी के बजाय मामले का राजनीतिकरण कर रहे हैं कांग्रेस के नेता: हिमंत
सिम्मी माधव
- 30 Aug 2025, 04:35 PM
- Updated: 04:35 PM
गुवाहाटी, 30 अगस्त (भाषा) असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शनिवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस एवं उसके नेता राहुल गांधी बिहार में वोटर अधिकार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ कहे गए कथित ‘‘अपशब्दों’’ के लिए माफी मांगने के बजाय मामले का ‘‘राजनीतिकरण’’ करने की कोशिश कर रहे हैं।
दरभंगा शहर में यात्रा के लिए बनाये गए मंच से एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा मोदी के लिए ‘‘अपशब्द’’ कहने का कथित वीडियो सामने आने के बाद से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं। राहुल गांधी, उनकी बहन प्रियंका गांधी वाद्रा और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव दरभंगा शहर से बुधवार को मोटरसाइकिल से मुजफ्फरपुर रवाना हुए थे।
‘पीटीआई’ (प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया) इस वीडियो की प्रामाणिकता की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर सका।
शर्मा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘माफी मांगना तो दूर, कांग्रेस यह आरोप लगाकर इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रही है कि इस सिलसिले में मध्य प्रदेश के एक भाजपा कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया गया है।’’
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने इस सिलसिले में एक व्यक्ति को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है तथा नौशाद नामक एक अन्य व्यक्ति की तलाश जारी है।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस सोच भी नहीं सकती कि गांधी परिवार के अलावा कोई और देश में प्रधानमंत्री बन सकता है। यह कांग्रेस की मानसिकता है और राहुल, सोनिया एवं प्रियंका सोचते हैं कि प्रधानमंत्री की कुर्सी उनके लिए है।’’
शर्मा ने दावा किया कि मोदी ने ‘‘उनके अहंकार को ध्वस्त कर दिया है’’ और प्रधानमंत्री की कुर्सी ‘‘गांधी परिवार के लिए आरक्षित नहीं है।’’
असम के मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 11 साल में भारत को ‘‘बड़ी ऊंचाई’’ पर पहुंचाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि अपनी ‘‘सामंती मानसिकता’’ वाले कांग्रेस नेता दुनिया में देश के उदय को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे।
उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव में लोग कांग्रेस को करारा जवाब देंगे।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना ए मदनी ने आरोप लगाया है कि शर्मा राज्य में बेदखली अभियानों के माध्यम से मुसलमानों को व्यवस्थित तरीके से निशाना बना रहे हैं। मदनी के इन आरोपों को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वह एवं उनके जैसी अन्य ताकतें असम को एक इस्लामी कट्टरपंथी राज्य बनाने की कोशिश कर रही हैं।’’
मदनी ने दावा किया है कि उन्होंने शर्मा की ‘आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) वाली’’ मानसिकता के कारण सोनिया गांधी को पत्र लिखकर उन्हें (शर्मा को) टिकट नहीं देने को कहा था। मुख्यमंत्री ने कहा कि मदनी के इस दावे से यह स्पष्ट होता है कि ‘‘चुनाव के दौरान कांग्रेस के टिकट वितरण में उनके (मदनी के) विचारों पर गौर किया जाता है।’’
शर्मा 2015 में भाजपा में शामिल होने से पहले कांग्रेस के नेता थे।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि मदनी ‘‘2011 में तब से ही मेरे पीछे पड़े हैं, जब मैं शिक्षा मंत्री था और मैंने टीईटी भर्ती अभियान शुरू किया था’’ तथा उन्होंने (मदनी ने) तत्कालीन मुख्यमंत्री दिवंगत तरुण गोगोई से इसे रोकने के लिए कहा था।
उन्होंने कहा, ‘‘गोगोई ने संबंधित अधिकारी को बुलाकर भर्ती अभियान रोकने का निर्देश दिया था लेकिन मैं अपने रुख पर अड़ा रहा और ऐसा नहीं होने दिया।’’
शर्मा ने कहा, ‘‘तब से मदनी और उनका गिरोह मुझ पर हमला कर रहा है। उनके कारण मैं और कुछ अन्य लोग कांग्रेस में बने नहीं रह सके। मैंने सुनिश्चित किया कि उनका एजेंडा पूरा न हो और भर्ती हो सके।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मदनी जैसे लोग असम को कमजोर करना चाहते हैं, लेकिन हम (भाजपा) उनके खिलाफ अवरोधक के रूप में खड़े हैं।’’
भाषा सिम्मी