कोच्चि में 26 भूखे कुत्तों को बचाया गया; सहायता रोकने पर निवासियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएगा संगठन
नेत्रपाल सुरेश
- 28 Aug 2025, 06:48 PM
- Updated: 06:48 PM
कोच्चि (केरल), 28 अगस्त (भाषा) केरल में त्रिपुनिथुरा के पास इरूर में तीन दिन से भूखे रह रहे विदेशी नस्ल के 26 कुत्तों को पशु अधिकारों से जुड़े एक संगठन ने एक किराए के घर से बचाया।
‘सोसाइटी फॉर प्रीवेंशन ऑफ क्रुएल्टी टू एनिमल्स’ (एसपीसीए) एर्नाकुलम के अनुसार, इरूर निवासी सुधीश पिछले तीन महीनों से व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए कुत्तों का प्रजनन करा रहे थे। वह अपने 10 साल के बेटे के साथ घर में रहते थे।
इसने कहा, “निवासियों के संघ की इस शिकायत के बाद कि कुत्ते परेशानी का सबब बन गए हैं, त्रिपुनिथुरा नगरपालिका ने सात अगस्त को सुधीश और घर के मालिक को नोटिस जारी किया। मालिक ने उन्हें तुरंत परिसर खाली करने के लिए कहा।’’
हिल पैलेस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि तनाव में आकर सुधीश रविवार सुबह अपने बेटे और कुत्तों को छोड़कर घर से निकल गए और जब वह शाम तक वापस नहीं लौटे तो लड़के ने अपनी मां से संपर्क किया, जिन्होंने पुलिस को सूचित किया। बाद में बच्चे को चेरथला में उसकी मां के घर भेज दिया गया।
हालांकि, कुत्तों को तीन दिन तक बिना देखभाल के छोड़ दिया गया।
एसपीसीए एर्नाकुलम के जिला सचिव टी के सजीव ने कहा, ‘‘बुधवार दोपहर हमें लावारिस छोड़े गए कुत्तों के बारे में सूचना मिली। जब हम वहाँ पहुँचे, तो पाया कि वे बेहद कमज़ोर हो गए थे और एक गर्भवती मादा श्वान को तुरंत इलाज की ज़रूरत थी। इनमें जर्मन शेफर्ड, साइबेरियन हस्की और लैब्राडोर नस्ल के कुत्ते भी शामिल थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब हमने उन्हें खाना खिलाने की कोशिश की, तो कुछ निवासियों ने हमें रोका और आक्रामक व्यवहार किया। हमें उन्हें खाना और पानी देने के लिए ज़बरदस्ती परिसर में घुसना पड़ा।’’
तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए, एसपीसीए ने कुत्तों को चेल्लनम स्थित अपने आश्रय गृह में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया।
सजीव ने कहा, ‘‘तीन कुत्तों को इलाज के लिए पशु चिकित्सालय ले जाया गया, जबकि बाकी को हमारे आश्रय गृह में ले जाया गया। हम उन निवासियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराएँगे, जिन्होंने हमें जानवरों को खाना खिलाने से रोकने की कोशिश की। हम उनके क्रूर कृत्य के लिए भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 325 के तहत मामला दर्ज करने की सिफारिश करेंगे।’’
सुधीश के बारे में पुलिस ने बताया कि वह इरूर में अपने माता-पिता के साथ रह रहे हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने उनके परिवार से कहा है कि वह उन्हें जल्द ही हमारे सामने पेश करे।’’
एसपीसीए ने कहा कि वह इस बात का आकलन करेगा कि क्या सुधीश ने जानबूझकर कुत्तों को छोड़ा था।
सजीव ने कहा कि सुधीश के भाई ने दावा किया कि नगरपालिका का नोटिस मिलने के बाद वह घबरा गए, क्योंकि उनके पास कुत्तों के लिए कोई वैकल्पिक आश्रय नहीं था।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर यह साबित हो जाता है कि उन्होंने जानबूझकर कुत्तों को छोड़ दिया था, तो हम उनके खिलाफ मामला दर्ज कराएंगे।’’
भाषा नेत्रपाल