दिल्ली : कनॉट प्लेस में बार के बाहर बाउंसरों ने तीन लोगों पर किया हमला, प्राथमिकी दर्ज
रवि कांत रवि कांत माधव
- 27 Aug 2025, 08:33 PM
- Updated: 08:33 PM
नयी दिल्ली, 27 अगस्त (भाषा) दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित एक बार के बाउंसर और कर्मचारियों के एक समूह ने तीन दोस्तों से कथित तौर पर बहस के बाद उन पर हमला कर दिया। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि शिकायतकर्ताओं में से दो व्यक्ति पेशे से वकील हैं।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह घटना शनिवार देर रात करीब एक बजकर 15 मिनट पर एन. ब्लॉक स्थित एक बार के बाहर हुई, जब धर्मेंद्र कुमार (36), नवीन कुमार (31) और नवीन शौकीन (28) पार्टी मनाने के बाद घर लौट रहे थे।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि बार के बाउंसर और अन्य कर्मचारियों के समूह ने तीनों दोस्तों के साथ दुर्व्यवहार किया, मारपीट की और उन्हें जमीन पर गिराकर किसी कठोर वस्तु से मारा तथा जान से मारने की धमकी भी दी।
पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि वह और उनके दो दोस्त बार में खाने-पीने गए थे। कुमार के अनुसार रात करीब एक बजे ऑनलाइन बिल का भुगतान करने के बाद वे धूम्रपान करने के लिए बाहर निकले और बार के बाहर एक व्यक्ति को ढोल बजाते हुए सुनने लगे।
पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘वे संगीत का आनंद ले रहे थे, तभी बार के एक बाउंसर ने कथित तौर पर ढोल बजाने वाले को गाली दी और उसे जबरन हटाने की कोशिश की। जब पीड़ितों ने बाउंसर के व्यवहार पर आपत्ति जताई, तो उनके बीच तीखी बहस हो गई। इसके बाद बाउंसर ने कथित तौर पर बार से आठ से 10 अन्य बाउंसर और कर्मचारियों को बुला लिया।’’
पुलिस ने बताया कि बाउंसर और कर्मचारियों के समूह ने तीनों व्यक्तियों पर कथित तौर पर लात-घूंसे और एक कठोर वस्तु से हमला किया, जिससे वे घायल हो गए।
अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने कथित तौर पर तीनों को धमकी दी कि अगर वे यहां से नहीं गए तो उन्हें गोली मार दी जाएगी। उन्होंने बताया कि हाथापाई के दौरान धर्मेंद्र की सोने की चेन कथित तौर पर गायब हो गई।
पीड़ितों ने पुलिस को सूचित किया जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए लेडी हार्डिंग अस्पताल ले जाया गया।
धर्मेंद्र ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘हम किसी को परेशान नहीं कर रहे थे। हम बार से बाहर निकले तो एक ढोलवाला दिखा। मेरे दोस्त ने उसे पैसे दिए थे, और वो सड़क के पास ढोल बजा रहा था। तभी अचानक एक बाउंसर आया और ढोलवाले को रोकने लगा। फिर बाउंसर ने गालियां दीं और जब हमने उसे रोकने की कोशिश की तो वो हमें भी गालियां देने लगा।’’
पीड़ित ने आरोप लगाया कि बाउंसर ने तुरंत और लोगों को बुला लिया और उन पर हमला कर दिया।
धर्मेंद्र ने कहा, ‘‘ उन्होंने हमें जमीन पर गिरा दिया और लात-घूंसों से पीटना शुरू कर दिया। यह लगभग 15 मिनट तक चलता रहा और फिर सब वहां से फरार हो गए। उनमें से एक ने यह भी कहा, 'जल्दी से इनको गोली मारो'।’’
धर्मेंद्र ने दावा किया, ‘‘ हमें समझ ही नहीं आया कि हमारी गलती क्या थी। हमने कुछ नहीं किया, बस उन्हें समझाया कि उस ढोलवाले को गाली मत दो। हमने पुलिस को फोन किया, और 15 मिनट बाद एक पीसीआर वैन आ गई। गुब्बारे बेचने वाली एक महिला ने यह पूरी घटना देखी और पुलिस को इस बारे में बताया। हालांकि, हमें पता चला कि इन लोगों ने उसे पुलिस को सच बताने पर धमकाया भी था।’’
कनॉट प्लेस थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत एक मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की पहचान के लिए बार और उसके आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। बार के कर्मचारियों और प्रबंधन की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
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