वैष्णो देवी में भूस्खलन होने से पहले ही तीर्थयात्रा स्थगित कर दी गई थी: मनोज सिन्हा
अमित दिलीप
- 27 Aug 2025, 07:24 PM
- Updated: 07:24 PM
जम्मू, 27 अगस्त (भाषा) जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को वैष्णो देवी भूस्खलन में घायल हुए लोगों से मुलाकात की और कहा कि यह बादल फटने का परिणाम था और जब यह घटना हुई तब तीर्थयात्रा पहले ही स्थगित कर दी गई थी।
सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बात की और उन्हें बाढ़ के बाद की स्थिति के बारे में जानकारी दी।
अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि वैष्णो देवी भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 32 हो गई है और बचाव दल मलबे के नीचे से और शव निकाल रहे हैं। भूस्खलन की घटना कटरा क्षेत्र के त्रिकुटा पहाड़ियों में मंदिर के मार्ग पर अर्धकुंवारी के पास हुई।
अधिकारियों ने बताया कि भारी और लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन में कम से कम 20 लोग घायल हो गए और उनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है।
सिन्हा ने पत्रकारों से कहा, ‘‘यह एक बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। कल दोपहर के आसपास, जब यात्रा पहले ही स्थगित हो चुकी थी, तब बादल फटने की घटना हुई। बादल फटने के कारण कई लोग पानी में बह गए। कई कीमती जानें चली गईं और कई अन्य घायल हो गए।’’
इससे पहले, जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सवाल किया था कि जब आपदा की चेतावनी दी गई थी, तब अधिकारियों ने तीर्थयात्रियों को मार्ग पर चलने से क्यों नहीं रोका।
सिन्हा कटरा के नारायण अस्पताल में घायल तीर्थयात्रियों से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अभी-अभी घायलों से मुलाकात की है। उनमें से तेरह यहां अस्पताल में भर्ती हैं; उनकी हालत स्थिर है और उन्हें सर्वोत्तम संभव उपचार मिल रहा है।’’
उपराज्यपाल ने कहा कि भूस्खलन में मारे गए कई लोगों की पहचान कर ली गई है और प्रशासन एवं श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड शवों को उनके परिवारों तक पहुंचाने की व्यवस्था कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "किसी भी राशि से जानमाल के नुकसान की भरपाई नहीं हो सकती, लेकिन श्राइन बोर्ड की नीति के अनुसार, प्रत्येक मृतक के परिवार को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी।"
उपराज्यपाल ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री से इस आपदा में जम्मू में हुई तबाही के बारे में बात की है। उन्होंने कहा, ‘‘पूरा प्रशासन लोगों की जान-माल की रक्षा में लगा हुआ है। राहत और बचाव कार्य जारी है। शाम की बैठक में, हम चर्चा करेंगे कि इन प्रयासों को और कैसे मजबूत किया जा सकता है।"
उपराज्यपाल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मैंने भूस्खलन में घायल हुए श्रद्धालुओं से कटरा स्थित एसएमवीडी नारायण सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। चिकित्सकों से सर्वोत्तम संभव उपचार सुनिश्चित करने का आग्रह किया। आपातकालीन प्रतिक्रियाकर्ताओं, एसएमवीडीएसबी कर्मचारियों और नागरिकों के अनुकरणीय प्रयासों से कई लोगों की जान बच गई।’’
उन्होंने कहा कि विभिन्न जिलों में राहत और बचाव कार्य जारी है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अधिकारियों को आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए अधिकतम तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
भाषा अमित