धनखड़ के अचानक इस्तीफे पर कोई स्पष्टीकरण नहीं आने से पूरे देश में चिंता: गहलोत
पृथ्वी अमित
- 25 Aug 2025, 08:33 PM
- Updated: 08:33 PM
जयपुर, 25 अगस्त (भाषा) राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे पर सरकार एवं स्वयं धनखड़ की ओर से कोई स्पष्टीकरण नहीं आने से पूरे देश में चिंता व्याप्त है।
गहलोत ने कहा कि इतने बड़े संवैधानिक पद पर आसीन किसी व्यक्ति का शाम तक काम करना और फिर बिना किसी स्पष्टीकरण के अचानक इस्तीफा दे देना "अभूतपूर्व" है।
गहलोत ने कहा, ‘‘ऐसा उदाहरण आपको पहला मिला होगा, देश में नहीं दुनिया के अंदर। देश के उपराष्ट्रपति शाम को पांच बजे तक काम करते रहे, बैठक लेते रहे और आठ बजे लगभग वे इस्तीफा दे देते हैं और बिल्कुल सीन से गायब हो जाते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वे उपराष्ट्रपति भवन में हैं या नहीं पता नहीं किसी को, किसी से मिल नहीं रहे हैं। तो कोई तो ऐसा कारण हुआ होगा जिसके कारण यह नौबत आई है।’’
गहलोत ने कहा कि एक मंत्री इस्तीफा देता है तो लोकसभा में, राज्यसभा में कई बार स्पष्टीकरण दिया जाता है कि क्या कारण रहा है और ‘‘उपराष्ट्रपति का इस्तीफा हो गया और कोई स्पष्टीकरण नहीं है न उनकी तरफ से, न ही सरकार की तरफ से, अब लीपापोती कर रहे हैं, इतने दिन से वो बाहर आ नहीं रहे हैं पूरा देश पूछ रहा है वो हैं कहां पर, चिंतित हैं।’’
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के उपराष्ट्रपति द्वारा ‘‘स्वास्थ्य कारणों’’ से इस्तीफा दिए जाने संबंधी बयान पर सवाल उठाते हुए गहलोत ने कहा कि क्या किसी वरिष्ठ नेता ने वास्तव में उपराष्ट्रपति का हालचाल पूछा था।
कांग्रेस नेता गहलोत ने कहा, ‘‘अमित शाह जी ने ये जो नया जुमला बोला है कि उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया है तो आप गए क्या उनसे मिलने? किसी मंत्री को भेजा है आपने? प्रधानमंत्री नहीं गए, गृह मंत्री नहीं गए, कोई तो जाता, उनका एक डिप्टी मिनिस्टर चला जाता, राज्यमंत्री चला जाता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कोई गया मिलने के लिए? आपकी तबियत कैसी है, पूछा किसी ने? जब पूछा ही नहीं किसी ने तो ये आप इस प्रकार भ्रमित कर रहे हो देशवासियों को। लोग भ्रमित होने वाले नहीं है। पूरा देश पूछ रहा है हमारा उपराष्ट्रपति था, अचानक वो गायब कैसे हो गया? पूछ रहा है पूरा मुल्क इनको, ये दबाव में हैं, इसलिए इन्होंने एक नया शिगूफा छोड़ा है कि वो तो स्वास्थ्य ठीक नहीं था, इस्तीफा दिया है, वो घर पर ही हैं।’’
गहलोत ने कहा कि वह चिंतित हैं क्योंकि पूर्व उपराष्ट्रपति धनखड़ राजस्थान से हैं। उन्होंने कहा, "धनखड़ राजस्थान से हैं और पूरा राज्य उन्हें लेकर चिंतित है। क्या आपको भी चिंतित नहीं होना चाहिए? चुनाव होते रहेंगे, राजनीति चलती रहेगी, लेकिन असली सवाल यह है कि धनखड़ साहब कहां हैं? आप लोगों को उनसे कब मिलने देंगे?" गहलोत ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से उनसे मिलना चाहते हैं और दो-तीन बार उन्हें फोन करने की कोशिश भी कर चुके हैं।'
उन्होने कहा, ‘‘...और धनखड़ साहब कब सामने आएंगे? हम जाके मिलना चाहते हैं, मैं मिलना चाहता हूं। मैंने टेलीफोन किए दो तीन बार, मैंने ही नहीं किए कई नेताओं ने टेलीफोन किए जो उनको जानते हैं, हमारे अच्छे संबंध रहे हैं उनसे। कपिल सिब्बल साहब परसों कह रहे थे ‘मैंने कई फोन कर दिए, मेरे अच्छे मित्र थे कोई जवाब नहीं आ रहा है’ तो क्या चिंता नहीं होनी चाहिए देश को? और प्रदेशवासियों को ज्यादा चिंता होनी चाहिए।’’
भाषा पृथ्वी