नड्डा ने मध्यप्रदेश के श्योपुर, सिंगरौली में नए चिकित्सा महाविद्यालयों का किया लोकार्पण
ब्रजेन्द्र संतोष
- 25 Aug 2025, 08:27 PM
- Updated: 08:27 PM
जबलपुर, 25 अगस्त (भाषा) केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने सोमवार को मध्श्प्रदेश के श्योपुर और सिंगरौली जिले में दो शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों का लोकार्पण किया और कहा कि आज भारत का स्वास्थ्य तंत्र दुनिया में सबसे मजबूत बनकर उभरा है।
इस अवसर पर नड्डा और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में धार, बैतूल, पन्ना और कटनी जिलों में सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल पर चिकित्सा महाविद्यालयों की स्थापना के लिए अनुबंधों पर हस्ताक्षर भी किए गए।
नड्डा ने जिन दो चिकित्सा महाविद्यालयों का लोकार्पण किया उनमें एमबीबीएस की 100-100 सीट होंगी।
इसके साथ ही मध्यप्रदेश में मेडिकल सीट की संख्या बढ़कर अब 2,775 हो जाएंगी।
दोनों महाविद्यालयों के लोकार्पण के साथ ही मध्यप्रदेश में शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों की संख्या 19 हो गई है।
नड्डा ने इस अवसर पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए वय वंदना कार्ड वितरण किया और मातृ-शिशु सुरक्षा को सुदृढ़ करने वाली योजनाएं और डिजिटल नवाचार के रूप में ‘स्मार्ट चैटबॉट’ की भी शुरुआत की।
उन्होंने इस समारोह में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शी नीतियों के कारण भारत का स्वास्थ्य ढांचा आज विश्व के अन्य देशों के मुकाबले बहुत मजबूत बनकर उभरा है।
पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पहले की स्वास्थ्य नीति में जोर ‘क्यूरेटिव’ पर था, जिसमें लंबे समय तक पहले बीमार पड़ो, फिर इलाज करो की नीति पर अमल किया जा रहा था।
उन्होंने कहा कि मोदी के नेतृत्व में सरकार ने इस नीति को बदला और इसे ‘क्यूरेटिव’ से हटकर प्रिवेंटिव की ओर ले जाया गया।
उन्होंने कहा कि इसी दृष्टि से प्रधानमंत्री ने ‘फिट इंडिया’ जैसा अभियान चलाया, तेल के उपयोग में 10 प्रतिशत की कमी लाने का आह्वान किया और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का निर्माण करवाया।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों के कारण ही आज संस्थागत प्रसव का आंकड़ा 89 प्रतिशत तक पहुंच गया है और मातृ व शिशु मृत्यु दर में भी कमी आई है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि जिन दो जगहों पर नए चिकित्सा महाविद्यालयों का लोकार्पण हुआ है, वे आदिवासी बहुल हैं और यह दर्शाता है कि भाजपा की आदिवासियों के प्रति क्या भावना है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा आदिवासी भाई-बहन कहीं भी हो, उसके जीवन में कोई कष्ट आए तो हमारी सरकार सबसे पहले खड़ी होती है।’’
उन्होंने कहा कि राज्य में एक साथ 200 एमबीबीएस सीट का बढ़ना, एक सपने के सच होने के बराबर है।
उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद से 2002-03 तक मध्यप्रदेश को केवल पांच चिकित्सा महाविद्यालय मिले थे और उसके बाद नौ नए शासकीय मेडिकल कॉलेज मिले हैं।
यादव ने कहा कि केवल एक वर्ष में हमारी सरकार ने पांच नए चिकित्सा महाविद्यालय शुरू किए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हम कोशिश कर रहे हैं कि हमारे सभी जिला चिकित्सालय धीरे-धीरे मेडिकल कॉलेज के रूप में विकसित हों। हम मेडिकल कॉलेज की भूमि मात्र एक रुपये में देकर पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज बनवाएंगे। ऐसे अस्पतालों में 75 प्रतिशत सीट गरीब वर्ग के लिए निःशुल्क उपलब्ध रहेगी।’’
भाषा ब्रजेन्द्र