भारतीय ग्रीको रोमन पहलवानों का अंडर20 विश्व चैम्पियनशिप में निराशाजनक प्रदर्शन
आनन्द नमिता
- 23 Aug 2025, 10:05 PM
- Updated: 10:05 PM
समोकोव (बुल्गारिया) 23 अगस्त (भाषा) भारत के ग्रीको रोमन पहलवानों का अंडर-20 विश्व चैंपियनशिप में निराशाजनक प्रदर्शन जारी रहा जहां शनिवार को प्रतियोगिता में भाग लेने वाले पांचों पहलवान पदक की दौड़ से बाहर हो गये।
इन पांच में से चार पहलवान शुरुआती कुछ दौर में ही प्रतियोगिता से बाहर हो गये।
टूर्नामेंट के ग्रीको रोमन वर्ग में सूरज पदक जीतने वाले इकलौते भारतीय रहे। उन्होंने शुक्रवार देर रात 60 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीता।
भारत के लिए शनिवार को पदक का इकलौता मौका अनिल मोर ने बनाया लेकिन वह 55 किग्रा भार वर्ग के कांस्य पदक मुकाबले में जापान के डाइसुके मोरीशिता के खिलाफ 7-10 से हार गये।
इसके साथ ही चैंपियनशिप में भारत का अभियान समाप्त हो गया।
महिलाओं की टीम ने सात पदकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि पुरुषों की फ्रीस्टाइल टीम ने भी निराश किया। सुमित मलिक (57 किलोग्राम भार वर्ग में रजत पदक) पदक जीतने वाले इकलौते पहलवान रहे।
ग्रीको रोमन में गौरव (63 किग्रा) का क्वालीफिकेशन दौर में मुकाबला मोल्दोवा के डुमित्रु रैपेस्को के साथ 2-2 की बराबरी पर छूटा। वह हालांकि मानदंडों के आधार पर विजेता बने।
उनके प्री-क्वार्टर फाइनल का परिणाम भी 1-1 रहा, लेकिन इस बार उन्हें अजरबैजान के तुरल अहमदोव से हार का सामना करना पड़ा। अहमदोव बाद में अपना क्वार्टर फाइनल हार गए, जिससे गौरव की रेपेशॉज के जरिए वापसी की संभावना समाप्त हो गई।
अमन ने 77 किग्रा में जापान के नाओकी काडोडे को 7-0 से हराया लेकिन किरिल वालेउस्की के खिलाफ अंतिम आठ चरण में तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर हार गए।
वालेउस्की के सेमीफाइनल में हराने से अमन के लिए भी रेपेशॉज के दरवाजे बंद हो गये।
रोहित ने 87 किग्रा भार वर्ग में रोमानिया के गेब्रियल एडुआर्डो स्टेन को कड़ी टक्कर दी, लेकिन क्वालीफिकेशन राउंड में 4-6 से हार गए। स्टेन बाद में प्री-क्वार्टर फाइनल में हार गए, जिससे भारतीय खिलाड़ी का अभियान खत्म हो गया।
उत्तम राणा 130 किग्रा हेवीवेट वर्ग में यूनान के डायोनिसियोस ज़ौग्रिस के खिलाफ शानदार शुरुआत की और पटखनी देते हुए हासिल की।
राणा को इसके बाद यूक्रेन के इवान यानकोवस्की ने क्वार्टर फाइनल में तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर हराया।
यानकोवस्की अगर फाइनल में पहुंचते है तो राणा के लिए रेपेशॉज के रास्ते कांस्य पदक का दावा करने का रास्ता खुल सकता है।
भाषा आनन्द