प्रधानमंत्री का घुसपैठियों वाला बयान बिहार के लोगों का 'अपमान': कांग्रेस
हक पवनेश देवेंद्र
- 23 Aug 2025, 07:06 PM
- Updated: 07:06 PM
कटिहार (बिहार), 23 अगस्त (भाषा) कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का घुसपैठियों से संबंधित बयान बिहार के लोगों का "अपमान" है।
पार्टी के राज्यसभा सदस्य इमरान प्रतापगढ़ी ने कटिहार में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बिहार के लोग आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगी दलों को करारा जवाब देंगे।
कांग्रेस नेता ने कहा, "शुक्रवार को गयाजी में जनसभा में प्रधानमंत्री द्वारा घुसपैठियों पर दिया गया बयान बिहार के लोगों का अपमान है। यह उन 65 लाख से ज्यादा लोगों का भी अपमान है जिनके वोट बिहार में काट दिए गए हैं। बिहार के लोग भाजपा और उसके सहयोगियों को करारा जवाब देंगे।"
प्रतापगढ़ी ने सवाल किया, "प्रधानमंत्री को यह बताना चाहिए कि घुसपैठिए बिहार में कैसे घुस आए...केंद्र सरकार के अधीन आने वाले सीमा सुरक्षा बल पिछले 11 वर्षों से क्या कर रहे हैं?"
प्रधानमंत्री ने गयाजी में शुक्रवार को एक जनसभा में कहा था, "देश में घुसपैठियों की बढ़ती संख्या बेहद चिंता का विषय है। बिहार के सीमावर्ती जिलों में जनसांख्यिकी तेजी से बदल रही है। इसीलिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने तय किया है कि इस देश का भविष्य घुसपैठियों के हाथों में नहीं जाने दिया जायेगा।’’
उन्होंने कहा था, "हम घुसपैठियों को बिहार के युवाओं का रोज़गार छीनने नहीं देंगे। इस खतरे से निपटने के लिए, मैंने जनसांख्यिकी मिशन शुरू करने की घोषणा की है। बहुत जल्द, यह मिशन अपना काम शुरू कर देगा और हम इस देश से हर घुसपैठिए को बाहर निकाल देंगे।’’
प्रतापगढ़ी ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें यह शपथ पत्र देना चाहिए कि उन्होंने वोट की चोरी कैसे होने दी।
उन्होंने कहा कि बिहार के लोग इस चुनाव में सत्तारूढ़ दल को सबक सिखाएंगे।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार में मतदाता सूचियों का निर्वाचन आयोग का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) नागरिकों को मताधिकार से वंचित करने की एक "साजिश" है, जो अवैध आव्रजन के निराधार तथ्य को बढ़ावा दे रही है।
भट्टाचार्य ने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा बिहार एसआईआर में अवैध प्रवासियों का एक भी मामला दर्ज नहीं किया गया है, लेकिन प्रधानमंत्री और अन्य नेता आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के लोगों के वोट चुराने के लिए घुसपैठियों का मुद्दा उठा रहे हैं।
भाषा हक पवनेश