संसद भवन की दीवार फांदने की कोशिश कर रहा 20 वर्षीय युवक पकड़ा गया
राजकुमार नेत्रपाल
- 22 Aug 2025, 10:32 PM
- Updated: 10:32 PM
नयी दिल्ली, 22 अगस्त (भाषा) संसद भवन की सुरक्षा में सेंध लगाते हुए शुक्रवार सुबह इसकी दीवार फांदने की कोशिश कर रहे 20 साल के एक युवक को सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि युवक की पहचान उत्तर प्रदेश के भदोही निवासी रामकुमार बिंद के रूप में हुई है जो गुजरात के सूरत में एक कारखाने में काम करता है और ‘‘मानसिक रूप से भ्रमित’’ लगता है।
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘आज सुबह लगभग पांच बजकर 50 मिनट पर एक अज्ञात व्यक्ति संसद भवन परिसर के पास पहुंचा और उसने अंदर कूदने के इरादे से दीवार फांदने की कोशिश की। हालांकि, सीआईएसएफ और दिल्ली पुलिस की सतर्कता के कारण उसे पकड़ लिया गया तथा पूछताछ के लिए स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया।’’
पुलिस उपायुक्त (नयी दिल्ली) देवेश महला ने कहा कि वह ‘‘मानसिक रूप से भ्रमित’’ लगता है और उससे पूछताछ की जा रही है।
सूत्रों ने बताया कि सुबह करीब पांच बजे आईजी-3 गेट पर तैनात सीआईएसएफ कर्मियों ने एक व्यक्ति को संसद चौक सर्किल की ओर आते देखा और उसे क्षेत्र से चले जाने को कहा।
सूत्रों के मुताबिक, कुछ ही देर बाद उसे रेडक्रॉस रोड पर मोर्चा-8 के पास फिर से देखा गया, जहां कर्मचारियों ने उसे पकड़ लिया और वे उसे वहां से ले गए तथा फिर संसद सुरक्षाकर्मियों को इसकी सूचना दी।
इस संबंध में एक सूत्र ने कहा, ‘‘आरोपी ने आईजी-2 गेट पर रेडक्रॉस रोड के पास दीवार पर चढ़ने की कोशिश की। लेकिन आईजी-2 और आईजी-3 के सीआईएसएफ कर्मियों ने तुरंत हस्तक्षेप किया और उसे पकड़ लिया।’’
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि वह व्यक्ति सूरत की एक फैक्टरी में काम करता है और तीन दिन पहले अपने पैतृक घर लौटने के लिए निकला था।
सूत्रों का कहना है कि आसूचना ब्यूरो (आईबी) और दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा समेत कई केंद्रीय एजेंसियां इस व्यक्ति से पूछताछ कर रही हैं और उसका मकसद पता लगाने की कोशिश कर रही हैं।
संसद का मानसून सत्र बृहस्पतिवार को ही समाप्त हुआ है।
इससे पहले 13 दिसंबर, 2023 को संसद सत्र के दौरान दो युवक दर्शक दीर्घा से लोकसभा में कूद गए थे और उन्होंने पीले रंग का धुआं छोड़ा था। दोनों को सदन में उपस्थित कुछ सांसदों ने पकड़ लिया था। इसी दौरान दो अन्य लोगों ने संसद परिसर के बाहर भी कोई गैस छोड़ी थी।
यह घटना संसद पर 2001 में हुए आतंकी हमले की बरसी वाले दिन हुई थी जिसने संसद की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए थे।
भाषा
राजकुमार