माई11सर्कल, विंजो, नजारा ने ‘पैसे वाली’ ऑनलाइन गेमिंग पेशकश बंद कीं
अजय योगेश
- 22 Aug 2025, 09:59 PM
- Updated: 09:59 PM
नयी दिल्ली, 22 अगस्त (भाषा) संसद में ऑनलाइन गेमिंग विधेयक, 2025 पारित होने के बाद ड्रीम11, माई11सर्किल, विंजो, जूपी, नजारा समर्थित पोकरबाजी जैसी बड़ी गेमिंग कंपनियों ने अपने मंच पर पैसे वाले ऑनलाइन गेमिंग परिचालन को बंद कर दिया है।
ऑनलाइन गेमिंग संवर्धन एवं विनियमन विधेयक, 2025 सभी प्रकार के ‘रियल मनी’ वाले ऑनलाइन खेलों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाता है। साथ ही ई-स्पोर्ट्स और निःशुल्क सामाजिक खेलों के विकास को प्रोत्साहित करता है। यह बृहस्पतिवार को उच्च सदन में पारित हुआ है।
कानून लागू होते ही, कंपनियों ने अपने उपयोगकर्ताओं को इसकी जानकारी दी।
ड्रीम11 की वेबसाइट पर बताया गया है कि नए विधेयक के कारण पैसे वाले सभी गेम और प्रतियोगिताएं रोक दी गई हैं।
इसी तरह, माई11सर्किल और मोबाइल प्रीमियर लीग (एमपीएल) ने भी घोषणा की कि वे अब पैसे वाले गेम्स नहीं चला रहे हैं।
उपयोगकर्ताओं की सबसे बड़ी चिंता उनके जमा पैसों को लेकर थी।
कंपनियों ने साफ किया है कि उपयोगकर्ताओँ का पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है और वे जब चाहें उसे निकाल सकते हैं।
हालांकि, अब वे इन मंच पर पैसे लगाकर गेम नहीं खेल पाएंगे।
जूपी ने भी अपने सभी पैसे वाले गेम बंद कर दिए हैं, लेकिन उसके बिना पैसे वाले गेम उपलब्ध रहेंगे।
नजारा टेक्नोलॉजीज ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि उसकी अनुषंगी कंपनी मूनशाइन टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड जो पोकरबाजी का स्वामित्व एवं संचालन करती है उसने नए कानून के अनुरूप अपनी ‘रियल मनी’ की पेशकश को निलंबित कर दिया है।
बयान में कहा गया, ‘‘ 21 अगस्त, 2025 को संसद द्वारा पारित ऑनलाइन गेमिंग विधेयक, 2025 के प्रचार एवं विनियमन के अनुसार और उसके अधिनियमित होने तक हम सूचित करना चाहते हैं कि अत्यधिक सावधानी के साथ एवं सरकार के आदेश का सम्मान करते हुए नजारा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड की 46.07 प्रतिशत हिस्सेदारी वाली अनुषंगी कंपनी ने ‘रियल मनी’ वाले ऑनलाइन गेमिंग संचालन की पेशकश बंद कर दी है।’’
पोकरबाजी ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि उपयोगकर्ता का धन पूरी तरह सुरक्षित रहेगा और निकासी के लिए सुलभ रहेगा।
विंजो कहा कि वह देश के कानून का पूरी तरह से पालन करते हुए ‘‘ प्रभावित पेशकशों को तत्काल प्रभाव से पूरी जिम्मेदारी के साथ वापस ले रही है।’’
कंपनी के पास 100 से अधिक ‘रियल मनी’ वाले खेलों का खंड है जिसमें रम्मी, सॉलिटेयर, देहला पकड़, फैंटेसी क्रिकेट और पोकर जैसे गेम शामिल हैं।
मोबाइल प्रीमियर लीग (एमपीएल) ने भी भारत में अपने सभी ‘रियल-मनी’ गेमिंग पेशकश को बंद कर दिया है।
उसने कहा, ‘‘ हम भारत में एमपीएल मंच पर पैसे से जुड़े सभी गेमिंग ऑफर को तुरंत प्रभाव से बंद कर रहे हैं।’’
एमपीएल के एशिया, यूरोप और उत्तरी अमेरिका में 12 करोड़ से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ता हैं।
इंडिया गेमिंग रिपोर्ट 2025 के अनुसार, भारत में दुनिया के गेमिंग उपयोगकर्ता आधार का करीब 20 प्रतिशत और वैश्विक गेमिंग ऐप डाउनलोड का 15.1 प्रतिशत हिस्सा है। 2024 में 3.7 अरब अमेरिकी डॉलर मूल्य का घरेलू गेमिंग क्षेत्र 19.6 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर से बढ़ते हुए 2029 तक 9.1 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
भाषा अजय योगेश