राजस्थान : पुलिस ने 15 साल से फरार इनामी अपराधी को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया
पृथ्वी, रवि कांत
- 22 Aug 2025, 07:37 PM
- Updated: 07:37 PM
जयपुर, 22 अगस्त (भाषा) राजस्थान पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने एक बड़ी सफल कार्रवाई करते हुए 15 साल से फरार इनामी अपराधी को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों के अनुसार जघन्य हत्याकांड के मुख्य आरोपी प्रवीण उर्फ लाला को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया है। इस अपराधी पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा पांच लाख रुपये का इनामी घोषित था। यह पिछले 15 साल से देश की कई पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को चकमा दे रहा था।
इसके अनुसार 29 जुलाई 2010 को भरतपुर जिले के कामां में तत्कालीन जिला एवं सत्र न्यायाधीश रामेश्वर दयाल रोहिल्ला के परिवार पर हमला किया गया था। पुरानी रंजिश के चलते परसराम, डालचंद, प्रवीण उर्फ लाला और बबलू ने गोलीबारी कर न्यायाधीश के पिता खेमचंद रोहिल्ला और भाई गिरिराज प्रसाद की नृशंस हत्या कर दी थी। इस हमले में उनके भाई अधिवक्ता राजेंद्र प्रसाद रोहिल्ला, प्रमिला और अंजू भी गोली लगने से घायल हुए थे। इस जघन्य हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त प्रवीण उर्फ लाला था, जो घटना के बाद से फरार था।
राजस्थान पुलिस द्वारा 25,000 रुपये का इनाम घोषित किए जाने के बावजूद जब आरोपी पकड़ में नहीं आया, तो मामले की गंभीरता को देखते हुए मार्च 2011 में उच्च न्यायालय ने इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी थी।
सीबीआई ने इस हत्याकांड में परसराम, प्रवीण उर्फ लाला, डालचंद और पदम सिंह को दोषी करार दिया था। इस हत्याकांड के दो वर्ष बाद आरोपी पदम सिंह व डालचंद को गिरफ्तार कर लिया गया था।
सीबीआई ने भी अथक प्रयास किए और प्रवीण उर्फ लाला व परसराम की गिरफ्तारी पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया। दोनों भाई प्रवीण उर्फ लाला और परसराम पिछले 15 साल से फरार थे। इसके अनुसार अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दिनेश एम. एन. के निर्देशन में एजीटीएफ ने इस फरार अपराधी को पकड़ने का काम प्राथमिकता पर लिया। 19 अगस्त 2025 को मुखबिर से मिली सटीक सूचना के आधार पर विशेष टीम तुरंत दिल्ली और गाजियाबाद के सीमावर्ती इलाकों में रवाना हुई। टीम ने आरोपियों की तलाश में प्राप्त सूचना के आधार पर राज्य एवं राज्य के बाहर कई स्थानों पर दबिश दी।
इसके अनुसार टीम ने कई दिन तक इलाके को छानकर प्रवीण की पहचान की और उसके ठिकाने का पता लगाया। शुक्रवार तड़के चार बजे एजीटीएफ टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से गाजियाबाद में प्रवीण के ठिकाने पर छापा मारा। वह बदले हुए नामों से फर्जी दस्तावेज बनवाकर अपनी पहचान छिपाकर रह रहा था। पुलिस ने आखिरकार उसे धर दबोचा।
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पृथ्वी, रवि कांत