प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार में 13,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की शुरुआत की
देवेंद्र दिलीप
- 22 Aug 2025, 05:26 PM
- Updated: 05:26 PM
(तस्वीरों के साथ)
गयाजी/बेगूसराय (बिहार), 22 अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के गयाजी और बेगूसराय जिलों से 13,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की शुरुआत की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
मोदी ने लगभग 6,880 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 600 मेगावाट के बक्सर ताप ऊर्जा संयंत्र और 1,870 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से गंगा नदी पर निर्मित 1.86 किलोमीटर लंबे औंटा-सिमरिया पुल का उद्घाटन किया, जो पटना जिले के मोकामा को बेगूसराय से जोड़ता है।
औंटा-सिमरिया पुल का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री पुल पर खड़े हुए और अपना गमछा लहराकर लोगों का अभिवादन किया।
प्रधानमंत्री ने दो ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई, जिनमें गयाजी और दिल्ली के बीच अमृत भारत एक्सप्रेस और वैशाली तथा कोडरमा के बीच बौद्ध सर्किट ट्रेन शामिल हैं।
यह ट्रेन क्षेत्र के प्रमुख बौद्ध स्थलों पर पर्यटन और तीर्थयात्रा को बढ़ावा देगी।
अधिकारियों ने कहा कि बक्सर ताप ऊर्जा संयंत्र से बिजली उत्पादन क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, ऊर्जा सुरक्षा में सुधार होगा और क्षेत्र की बढ़ती बिजली की मांग पूरी होगी।
इस मौके पर बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और कई केंद्रीय मंत्री, राज्य मंत्री, सांसद और विधायक भी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री ने मुजफ्फरपुर में होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र का भी उद्घाटन किया।
अधिकारियों के अनुसार, इस केंद्र में उन्नत ऑन्कोलॉजी ओपीडी, आईपीडी वार्ड, ऑपरेशन थिएटर, आधुनिक प्रयोगशाला, ब्लड बैंक और 24 बिस्तरों वाली गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि इस केंद्र से बिहार और पड़ोसी राज्यों के मरीजों को उन्नत और किफायती कैंसर देखभाल मिलेगी, जिससे इलाज के लिए दूर-दराज के महानगरों में जाने की आवश्यकता कम हो जाएगी।
अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने मुंगेर में नमामि गंगे परियोजना के तहत 520 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) और सीवरेज नेटवर्क का भी उद्घाटन किया।
अधिकारियों ने बताया कि इससे गंगा में प्रदूषण कम करने और क्षेत्र में स्वच्छता सुविधाओं में सुधार करने में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने लगभग 1,260 करोड़ रुपये की लागत वाली शहरी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया।
अधिकारियों ने बताया कि इनमें औरंगाबाद और जहानाबाद के दाउदनगर में एसटीपी और सीवरेज नेटवर्क, लखीसराय और जमुई के बड़हिया में एसटीपी और इंटरसेप्शन एवं डायवर्जन कार्य शामिल हैं।
उन्होंने अटल शहरी कायाकल्प एवं परिवर्तन मिशन (अमृत 2.0) के तहत औरंगाबाद, बोधगया और जहानाबाद में जलापूर्ति परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अंतर्गत 12,000 ग्रामीण लाभार्थियों और प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी (पीएमएवाई-यू) के अंतर्गत 4,260 लाभार्थियों के लिए 'गृह प्रवेश' समारोह भी आयोजित किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री ने प्रतीकात्मक रूप से कुछ लाभार्थियों को चाबियां सौंपी।
प्रधानमंत्री ने लगभग 1,900 करोड़ रुपये की लागत से बख्तियारपुर से मोकामा तक राष्ट्रीय राजमार्ग-31 के चार लेन वाले खंड का भी उद्घाटन किया, जिससे यातायात की भीड़ कम होगी, यात्रा का समय बचेगा और यात्री एवं माल ढुलाई में सुधार होगा।
मोदी ने औंटा-सिमरिया पुल का भी उद्घाटन किया। यह पुल पुराने दो लेन वाले जर्जर रेल-सह-सड़क पुल ‘राजेन्द्र सेतु’ के समानांतर बनाया गया है, जो कि काफी खराब स्थिति में है और इस कारण भारी वाहनों को अपना मार्ग बदलना पड़ता है।
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘नये पुल से उत्तर बिहार (बेगूसराय, सुपौल, मधुबनी, पूर्णिया, अररिया) और दक्षिण बिहार (शेखपुरा, नवादा और लखीसराय) के बीच यात्रा करने वाले भारी वाहनों के लिए 100 किलोमीटर से अधिक की अतिरिक्त यात्रा दूरी कम हो जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘इससे क्षेत्र के अन्य भागों में यातायात जाम को कम करने में भी मदद मिलेगी, क्योंकि इन वाहनों को रास्ता बदलकर जाना पड़ता था।’’
यह पुल आसपास के क्षेत्रों, विशेषकर उत्तर बिहार के आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा, जो विभिन्न वस्तुओं के लिए दक्षिण बिहार और झारखंड पर निर्भर हैं।
इससे प्रसिद्ध तीर्थस्थल सिमरिया धाम तक भी बेहतर संपर्क सुविधा उपलब्ध होगी, जो प्रसिद्ध कवि दिवंगत रामधारी सिंह दिनकर की जन्मस्थली भी है।
भाषा
देवेंद्र