वरिष्ठ नागरिक दिवस: उत्तर प्रदेश पुलिस की सवेरा योजना के तहत 16.5 लाख से ज़्यादा पंजीकरण
जफर राजकुमार
- 21 Aug 2025, 09:59 PM
- Updated: 09:59 PM
लखनऊ, 21 अगस्त 21 अगस्त (भाषा) उत्तर प्रदेश में 16.5 लाख से ज़्यादा वरिष्ठ नागरिकों ने पुलिस के ‘यूपी-112’ द्वारा चलायी जा रही ‘सवेरा योजना’ में पंजीकरण कराया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि यह पुलिस की एक पहल है जिसका उद्देश्य बुज़ुर्गों को सुरक्षा, सहयोग और नियमित सहायता प्रदान करना है।
एक बयान के मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार बुजुर्गों की सेवा एवं सुरक्षा के लिए लगातार कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शुरू किया गया यह कार्यक्रम वरिष्ठ नागरिकों को अपने नज़दीकी थाने जाकर या 112 नंबर पर कॉल करके अपना पंजीकरण कराने की सुविधा देता है। एक बार पंजीकरण हो जाने पर, उन्हें पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया, ‘बीट कांस्टेबलों’ और गश्ती प्रतिक्रिया वाहनों से नियमित मुलाकात एवं आपात स्थिति में सहायता मिलती है।
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने कहा,‘‘सवेरा योजना ने हमारे वरिष्ठ नागरिकों के जीवन में सुरक्षा और विश्वास लाया है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में, उत्तर प्रदेश पुलिस यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि बुजुर्ग सुरक्षित, सम्मानित और चिंतामुक्त रहें। आज, 16 लाख से ज़्यादा वरिष्ठ नागरिक इस सेवा का लाभ उठा रहे हैं - जो समाज के प्रति हमारी संवेदनशीलता और ज़िम्मेदारी का प्रतीक है।”
विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस पर, विभिन्न जिलों के पुलिसकर्मियों ने पंजीकृत वरिष्ठ नागरिकों के घर जाकर उनसे मुलाकात की, उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली, उन्हें शुभकामनाएं दीं और संकट के समय आपातकालीन हेल्पलाइन का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया।
कई मामलों में, ‘यूपी-112’ टीम ने चिकित्सा आपात स्थितियों में वरिष्ठ नागरिकों को बचाया है, रास्ता भटक गए लोगों को वापस उनके घर पहुंचाया है और परित्यक्त या संकटग्रस्त बुजुर्गों को सहायता प्रदान की है।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा,‘‘इस पहल से न केवल बुजुर्गों में आत्मविश्वास बढ़ता है, बल्कि समाज के साथ उनका जुड़ाव भी मज़बूत होता है।’’
विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस हर साल 21 अगस्त को परिवारों और समुदायों में वृद्धजनों के योगदान को मान्यता देने और उन्हें प्रभावित करने वाले मुद्दों, जैसे स्वास्थ्य, सुरक्षा और सामाजिक समावेशन, के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।
यह दिन सरकारों और समाजों को वृद्धजनों के सम्मान एवं देखभाल सुनिश्चित करने की याद दिलाता है।
भाषा जफर