एसएससी ने अपनी भर्ती प्रक्रिया को तेज और कुशल बनाने के लिए किए कई सुधार : सरकार
मनीषा माधव
- 21 Aug 2025, 04:44 PM
- Updated: 04:44 PM
नयी दिल्ली, 21 अगस्त (भाषा) कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) ने अपनी भर्ती प्रक्रिया को तेज और कुशल बनाने के लिए कई सुधारात्मक उपाय किए हैं, जिनमें परीक्षा अधिसूचना जारी करने की अवधि को लगभग 45 दिनों से घटाकर 21 दिन करना शामिल है। यह जानकारी बृहस्पतिवार को राज्यसभा को दी गई।
केंद्रीय कार्मिक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि इन उपायों के सामूहिक प्रभाव से आयोग द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षाओं की भर्ती प्रक्रिया की अवधि 15–18 महीनों से घटकर अब 6–10 महीने हो गई है।
उन्होंने कहा कि एसएससी ने कलम और कागज आधारित परीक्षा से पूरी तरह कंप्यूटर आधारित परीक्षा प्रणाली में परिवर्तन, परीक्षाओं के चरणों में कमी और परीक्षा अधिसूचना की अवधि को कम करने जैसे कई प्रमुख सुधार किए हैं।
मंत्री ने बताया कि इसके अलावा, आयोग ने वर्णनात्मक प्रश्नपत्रों को हटाने (केवल संयुक्त हिंदी अनुवादक परीक्षा को छोड़कर), दस्तावेज़ सत्यापन का कार्य संबंधित मंत्रालयों/विभागों को सौंपना, साक्षात्कार की समाप्ति, और ई-डोजियर प्रणाली की शुरुआत जैसे कदम उठाए हैं जिससे नियुक्ति पूर्व सत्यापन की प्रक्रिया तेज हुई है।
एक अन्य उत्तर में सिंह ने बताया कि एसएससी ने एक ऑनलाइन केंद्रीकृत ई-डोजियर प्रणाली विकसित की है, जो उम्मीदवारों के दस्तावेजों को सुरक्षित, छेड़छाड़-रहित और पारदर्शी ढंग से संभालने में सक्षम है।
उन्होंने बताया कि यह प्रणाली कंप्यूटर आधारित कई बड़ी परीक्षाओं में सफलतापूर्वक लागू की गई है, जिनमें संयुक्त स्नातक स्तर परीक्षा 2024, संयुक्त उच्च माध्यमिक स्तर परीक्षा 2024, कनिष्ठ अभियंता परीक्षा 2024, और मल्टी-टास्किंग (गैर-तकनीकी) कर्मचारी तथा हवलदार परीक्षा 2024 (सीबीआईसी और सीबीएन) शामिल हैं।
क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने के बारे में मंत्री ने बताया कि 2022 से एसएससी ने तीन अखिल भारतीय प्रतियोगी परीक्षाएं — मल्टी-टास्किंग कर्मचारी परीक्षा (गैर-तकनीकी), संयुक्त उच्च माध्यमिक स्तर परीक्षा (सीबीआईसी और सीबीएन) और कांस्टेबल (जीडी) परीक्षा — 13 क्षेत्रीय भाषाओं के साथ हिंदी और अंग्रेज़ी में भी आयोजित की हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा में अभ्यर्थियों को संविधान की आठवीं अनुसूची में सूचीबद्ध 22 भाषाओं में से किसी भी भाषा में, भाषा और साहित्य के प्रश्नपत्रों को छोड़कर, उत्तर लिखने की अनुमति है।
सिंह ने बताया कि इसके अलावा, बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (आईबीपीएस) और रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबीएस) भी 13 क्षेत्रीय भाषाओं के साथ-साथ हिंदी और अंग्रेज़ी में परीक्षाएं आयोजित करते हैं।
भाषा मनीषा