इस्लामिक स्टेट के चरमपंथी अफ्रीका और सीरिया में अस्थिरता का फायदा उठा रहे हैं: संरा विशेषज्ञ
एपी जोहेब गोला
- 21 Aug 2025, 10:13 AM
- Updated: 10:13 AM
संयुक्त राष्ट्र, 21 अगस्त (एपी) संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद रोधी विशेषज्ञों ने कहा है कि इस्लामिक स्टेट के चरमपंथी अफ्रीका व सीरिया में अस्थिरता पैदा कर रहे हैं और अफगानिस्तान में एक बड़ा खतरा बने हुए हैं।
विशेषज्ञों ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में बताया कि चरमपंथी समूह अब कृत्रिम बुद्धिमत्ता और सोशल मीडिया समेत आधुनिक प्रौद्योगिकियों को इस्तेमाल कर रहे हैं।
इस्लामिक स्टेट समूह ने 2014 में सीरिया और इराक के बड़े हिस्से पर कब्जा करके उसे खिलाफत क्षेत्र घोषित कर दिया था। तीन साल तक चली लड़ाई के बाद 2017 में इराक में समूह को पराजित घोषित किया गया। इन तीन साल के दौरान हजारों लोगों की मौत हुई और कई शहर तबाह हो गए। हालांकि समूह के ‘स्लीपर सेल’ दोनों देशों में मौजूद रहे और कई अन्य देशों में भी इसके सदस्य व समर्थक मौजूद हैं।
संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद रोधी कार्यालय के प्रमुख व्लादिमीर वोरोनकोव ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने साहेल क्षेत्र - बुर्किना फासो, माली और नाइजर - में इस्लामिक स्टेट की गतिविधियों में फिर से वृद्धि देखी है।
उन्होंने कहा कि पश्चिम अफ्रीका में यह समूह "आतंकवाद के बड़े प्रचारक के रूप में उभरा है और इसने क्षेत्र में मुख्य रूप से विदेशी आतंकवादियों को आकर्षित किया है।”
उन्होंने कहा कि लीबिया में हुई गिरफ्तारियों से साहेल क्षेत्र में आईएस से जुड़े नेटवर्क का पता चला है।
वोरोनकोव ने बताया कि सोमालिया में, आईएस के बड़े पैमाने पर हुए हमले का सोमाली सुरक्षा बलों ने जवाब दिया और लगभग 200 आईएस लड़ाके मारे गए जबकि 150 से अधिक गिरफ्तार किए गए। उन्होंने कहा कि इस नुकसान के बावजूद आईएस को स्थानीय नेटवर्क से मदद मिल रही है और यह एक खतरा बना हुआ है।
संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद-रोधी समिति के कार्यकारी निदेशालय की प्रमुख नतालिया गेरमन ने कहा कि उत्तर-मध्य अफ्रीका के लेक चाड बेसिन क्षेत्र में, इस्लामिक स्टेट को “अपने अभियानों को अंजाम देने के लिए विदेशी सहायता मिल रही है, जिसमें धन, ड्रोन और आईईडी शामिल हैं।”
उन्होंने कहा, “अस्थिरता फैलाने और उसका फायदा उठाने की समूह क्षमता, खासकर अफ्रीका के कुछ हिस्सों में लगातार बड़ी चुनौतियां पेश कर रही है। दुनियाभर में आतंकवादी हमलों से होने वाली मौतों में से आधे से ज्यादा मौतें इसी महाद्वीप में होती हैं।”
वोरोनकोव ने कहा कि पश्चिम एशिया की जहां तक बात है तो इराक और सीरिया में आईएस सक्रिय है।
उन्होंने कहा कि वह उत्तर-पश्चिमी बादिया रेगिस्तानी क्षेत्र में अपनी गतिविधियां बहाल करने और स्थानीय अधिकारियों को अस्थिर करने के प्रयासों को फिर से शुरू करने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने कहा कि आतंकवादी सुरक्षा खामियों का फायदा उठाकर गुप्त अभियान चला रहे हैं और सीरिया में सांप्रदायिक तनाव भड़का रहे हैं।
वोरोनकोव ने आम लोगों, अल्पसंख्यक समूहों और विदेशी नागरिकों को निशाना बनाए जाने का हवाला देते हुए कहा कि अफगानिस्तान में, इस्लामिक स्टेट समूह का सहयोगी खुरासान "पश्चिम एशिया और उसके आसपास के क्षेत्र के लिए सबसे गंभीर खतरों में से एक बना हुआ है।”
एपी जोहेब