लोकसभा की बैठक दो बजे तक स्थगित, रीजीजू ने विपक्ष के व्यवहार को ‘शर्मनाक’ बताया
वैभव माधव
- 20 Aug 2025, 12:42 PM
- Updated: 12:42 PM
नयी दिल्ली, 20 अगस्त (भाषा) बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर विपक्षी दलों के सांसदों के विरोध-प्रदर्शन के कारण बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने सदन में प्रदर्शन कर रहे विपक्ष के व्यवहार को ‘शर्मनाक’ बताते हुए कहा कि विपक्षी दलों के सदस्यों की नारेबाजी से उनका ही नुकसान होगा और जनता उनसे सहानुभूति नहीं जताने वाली।
एक बार के स्थगन के बाद सदन की बैठक 12 बजे शुरू हुई तो पीठासीन सभापति पीसी मोहन ने आवश्यक कागजात प्रस्तुत कराए।
इस दौरान विपक्षी सांसद एसआईआर के मुद्दे पर शोर-शराबा करने लगे।
हंगामे के बीच ही इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ऑनलाइन खेल संवर्धन और विनियमन विधेयक, 2025 पेश किया।
इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि मानसून सत्र की शुरुआत से सदन में नारेबाजी कर रहे विपक्षी दल शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष से वापसी के अवसर पर तीन दिन से सूचीबद्ध विशेष चर्चा में भाग नहीं ले रहे।
रीजीजू ने कहा, ‘‘यह शर्मनाक बात है कि विपक्ष ने शुभांशु शुक्ला को भी सम्मान देना जरूरी नहीं समझा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार का कामकाज तो हम पूरा कर लेंगे। देश और समाज के हित में जनता ने हमें जो दायित्व दिया है, उसे हम पूरा करेंगे। लेकिन इस हंगामे में नव निर्वाचित सदस्यों का और विपक्ष का ज्यादा नुकसान हो रहा है।’’
रीजीजू ने कहा, ‘‘अब तो स्कूल के बच्चे भी बोलने लगे हैं कि क्या सांसद ऐसा व्यवहार करते हैं। जो ज्यादा हंगामा करेगा, जनता उसे नकार देगी। जनता आपसे (विपक्षी दलों से) सहानुभूति जताने वाली नहीं है।’’
सदन में सोमवार को 'अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री - 2047 तक विकसित भारत के लिए अंतरिक्ष कार्यक्रम की महत्वपूर्ण भूमिका' पर चर्चा की शुरुआत विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने की, लेकिन चर्चा आगे नहीं बढ़ सकी।
मंगलवार को आसन ने इस चर्चा को आगे बढ़ाने का प्रयास किया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य निशिकांत दुबे ने विपक्ष के शोर-शराबे के बीच ही इसमें भाग लिया। हालांकि हंगामे के कारण चर्चा आगे नहीं बढ़ सकी।
हंगामा नहीं थमने पर पीठासीन सभापति मोहन ने 12 बजकर 15 मिनट पर कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी।
इससे पहले आज बैठक शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू कराया, विपक्षी दलों के सदस्य अपने-अपने स्थान पर खड़े होकर एसआईआर के मुद्दे पर नारेबाजी करने लगे। कुछ सदस्यों के हाथों में तख्तियां थीं।
अध्यक्ष बिरला ने विपक्षी सदस्यों से सदन चलाने में सहयोग करने का आग्रह किया और कहा कि डंडी लगी तख्तियां लेकर आना सदन के लिए उचित नहीं है।
उन्होंने नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से कहा, ‘‘आप प्रश्नकाल के दौरान रोज नारेबाजी करते हैं। सदन में तख्तियां लेकर आते हैं। यह सदन के लिए उचित नहीं है। आप राजनीतिक दल के सदस्य हैं। सदन और प्रश्नकाल चलाने में सहयोग करें।’’
हंगामा नहीं थमने पर लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न 11 बजकर एक मिनट पर दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
भाषा वैभव