दिल्ली: लड़की का अपहरण कर जबरन शादी और बलात्कार किया गया, चार लोग गिरफ्तार
प्रीति अविनाश
- 18 Aug 2025, 10:33 PM
- Updated: 10:33 PM
नयी दिल्ली, 18 अगस्त (भाषा) दिल्ली के भरत नगर इलाके में लगभग एक महीने पहले अपने पिता से झगड़ा के बाद घर से निकली 13 वर्षीय लड़की की कथित तौर पर तस्करी कर उत्तर प्रदेश में शादी करा दी गई और उसके साथ बलात्कार किया गया। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि इस घटना के सिलसिले में शामली के राजीव (40), हापुड़ के विकास (20), मेरठ के आशु (55) और गाजियाबाद के रमनजोत सिंह (24) को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने बताया कि 21 जुलाई को लापता होने के लगभग एक महीने बाद लड़की को उत्तर प्रदेश के शामली से बचाया गया।
पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पश्चिम) भीष्म सिंह ने बताया, ‘‘उत्तर-पश्चिम दिल्ली के वज़ीरपुर स्थित जेजे कॉलोनी स्थित अपने घर से 21 जुलाई को लड़की ट्यूशन जाने के लिए निकली थी, लेकिन इसके बाद वह वापस नहीं लौटी। भरत नगर थाने में अपहरण का मामला दर्ज कर उसकी तलाश के लिए एक टीम गठित की गई।’’
डीसीपी सिंह के अनुसार पीड़िता ने पुलिस को बताया कि पिता से झगड़ा होने के बाद वह परेशान होकर घर से निकल गयी और पहले इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन फिर वहां से नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन गई।
उन्होंने बताया कि इसके बाद लड़की ट्रेन से मेरठ पहुंची, जहां उसकी मुलाकात विकास से हुई।
डीसीपी ने बताया कि विकास ने उसे फुसलाया और उसे सह-आरोपी आशु के घर में बंधक बना लिया गया और बाद में राजीव नामक व्यक्ति को सौंप दिया गया। राजीव ने लड़की को ‘‘खरीदा’’ था।
अधिकारी ने बताया कि इस सौदे को आसान बनाने के लिए एक अन्य आरोपी रमनजोत सिंह ने फर्जी आधार कार्ड तैयार किया, जिसमें लड़की को वयस्क बताया गया।
इस बीच, लड़की के परिजनों को एक अनजान नंबर से फोन आया। हालांकि, परिवार द्वारा संपर्क करने पर एक महिला ने बताया कि उसकी बहू ने गलती से इस नंबर पर फोन कर दिया था और फिर इसके बाद फोन काट दिया गया।
डीसीपी ने बताया कि नंबर की लोकेशन शामली में पाई गई और 16 अगस्त को स्थानीय पुलिस की मदद से लड़की को राजीव के घर से मुक्त कराया गया।
पुलिस ने बताया कि जांच में पता चला कि गाजियाबाद में साइबर कैफे चलाने वाले रमनजोत ने ऑनलाइन ‘पीडीएफ एडिटिंग’ ऐप के जरिए पीड़िता का जाली आधार कार्ड तैयार किया था। आरोपियों के पास से जाली दस्तावेज और साजिश में इस्तेमाल किए गए चार मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए हैं।
डीसीपी ने कहा, ‘‘लगातार पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने पैसे के लिए लड़की को बेचने की साजिश रची थी। पीड़िता के बयान से घटनाक्रम की पुष्टि हुई और लड़की को समझाने-बुझाने के बाद उसे उसके परिवार के पास भेज दिया गया।’’
उन्होंने बताया कि सभी चार आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की पहचान के लिए जांच जारी है।
भाषा प्रीति