पश्चिम बंगाल : बेरोजगार शिक्षकों के एक वर्ग ने सोमवार को मार्च का आह्वान किया
रवि कांत पारुल
- 17 Aug 2025, 08:56 PM
- Updated: 08:56 PM
कोलकाता, 17 अगस्त (भाषा) पश्चिम बंगाल में योग्य शिक्षक अधिकार मंच के सदस्यों के एक वर्ग ने सोमवार को डब्ल्यूबीएसएससी मुख्यालय तक मार्च का आह्वान किया है।
शिक्षकों की मांग है कि परिषद कानूनी विवाद को समाप्त करने के लिए पहल करे और इसके साथ ही 'बेदाग' शिक्षकों की पीड़ा को भी समाप्त करे। उच्चतम न्यायालय के तीन अप्रैल के आदेश से ये शिक्षक बेरोजगार हो गए हैं।
शिक्षकों के इस मंच के एक सदस्य की कथित तौर पर अत्यधिक मानसिक तनाव के कारण, पांच अगस्त को मस्तिष्काघात की वजह से मौत हो गई थी।
हालांकि, पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि रैली के लिए कोई अनुमति नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस के पास एक ऑडियो क्लिप है, जिसमें शिक्षकों के मंच के एक सदस्य को दूसरे से देसी बम, पेट्रोल और पत्थर के टुकड़े लेकर प्रस्तावित रैली के 600 मीटर के रास्ते पर मौजूद पुलिसकर्मियों पर हमला करने के लिए कहते हुए सुना गया।
यह रैली करुणामयी क्रॉसिंग से साल्ट लेक स्थित पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) मुख्यालय तक प्रस्तावित है।
मंच की कार्यकारी समिति के सदस्य सुमन बिस्वास ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह मार्च स्कूल शिक्षक सुबल सोरेन की कोलकाता के एक निजी अस्पताल में उच्च रक्तचाप के कारण हुई मौत की पृष्ठभूमि में बुलाया गया है।
सुबल सोरेन ने उच्चतम न्यायालय के फैसले के कारण लगभग 26,000 अन्य शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के साथ अपनी नौकरी खो दी थी। न्यायालय ने 2016 की एसएससी की पूरी भर्ती प्रक्रिया को दूषित और दागी करार दिया था।
सुमन बिस्वास ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारा कानून हाथ में लेने का कोई इरादा नहीं है। अब तक, पुलिस लाठीचार्ज के बावजूद हमारे सभी आंदोलन शांतिपूर्ण रहे हैं। अपने दिवंगत साथी की स्मृति में तथा राज्य एवं परिषद से मांग करते हुए कि एसएससी विवाद का शीघ्र समाधान करने के लिए कदम उठाए जाएं तथा 31 दिसंबर तक सभी बेदाग शिक्षकों को बहाल किया जाए, हम 18 अगस्त को करुणामयी से आचार्य सदन (डब्ल्यूबीएसएससी मुख्यालय) तक रैली निकालेंगे और शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करेंगे।’’
उच्चतम न्यायालय ने बृहस्पतिवार को सीबीआई द्वारा मामले की जांच में बेदाग पाए गए बर्खास्त शिक्षकों की सेवा की अवधि 31 दिसंबर तक बढ़ा दी। अदालत ने एसएससी को उस दिन तक भर्ती प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश भी दिया।
भाषा रवि कांत