शाह के बिहार दौरे से पहले कांग्रेस का माता सीता मंदिर मुद्दे पर भाजपा पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप
सुभाष दिलीप
- 07 Aug 2025, 06:23 PM
- Updated: 06:23 PM
पटना, सात अगस्त (भाषा) कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बिहार के सीतामढ़ी जिला स्थित पुनौरा धाम में एक मंदिर के प्रस्तावित शिलान्यास का उद्देश्य आगामी विधानसभा चुनावों में ‘‘राजनीतिक लाभ’’ हासिल करना है।
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी (बीपीसीसी) मुख्यालय सदाकत आश्रम में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट प्रेम चंद्र मिश्रा ने भाजपा पर सीतामढ़ी जिले के पुनौरा धाम को मां जानकी की जन्मस्थली के रूप में स्वीकार करने में ‘‘दोहरा रवैया’’ अपनाने का आरोप लगाया।
मिश्रा ने कहा, ‘‘यह व्यापक रूप से माना जाता है कि जब राजा जनक खेत में हल चला रहे थे, सीता माता प्रकट हुई थीं और उस स्थान को अब पुनौरा धाम के नाम से जाना जाता है। (केंद्र में) पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत संप्रग सरकार ने रामायण सर्किट के विकास को मंजूरी दी थी और पुनौरा धाम उसका एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘नरेन्द्र मोदी नीत सरकार ने जनवरी 2015 में रामायण सर्किट पर काम शुरू किया। लेकिन माता जानकी मंदिर के लिए एक पैसा भी आवंटित नहीं किया गया। 2017 में, जब भाजपा के एक सांसद ने राज्यसभा में इस बारे में सवाल किया, तो तत्कालीन पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने अपने जवाब में कहा कि उस स्थान पर देवी (माता जानकी) का जन्म होने का कोई प्रमाण नहीं है।’’
मिश्रा ने दावा किया कि उन्होंने राज्य विधानपरिषद का सदस्य रहने के दौरान सदन में माता जानकी के मंदिर का मुद्दा उठाया था, तब नीतीश कुमार सरकार ने भी ऐसा ही जवाब दिया था।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया, ‘‘इससे साफ है कि हाल तक भाजपा माता जानकी के अस्तित्व पर ही सवाल उठा रही थी और उनके जन्मस्थान को स्वीकार करने से इनकार कर रही थी। और अब, चूंकि विधानसभा चुनाव नजदीक है, तो उसे अचानक मंदिर की जरूरत महसूस हुई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह भाजपा के दोहरे रवैये को दर्शाता है, जो राजनीतिक लाभ के लिए धार्मिक भावनाओं के साथ बेशर्मी से खिलवाड़ करती है। उसने राम मंदिर (अयोध्या में) के मामले में भी ऐसा ही किया था। वह बिहार में भी यही करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस के बिल्कुल उलट, जो लोगों की आस्था का सम्मान करती है, लेकिन चुनावी फायदे के लिए उसका इस्तेमाल नहीं करती।’’
मिश्रा ने मांग की, ‘‘जब गृह मंत्री कल मंदिर की आधारशिला रखने सीतामढ़ी पहुंचेंगे, तो उन्हें अपनी पार्टी (भाजपा) द्वारा मां जानकी के अपमान के लिए बिहार के लोगों से माफी भी मांगनी चाहिए।’’
भाषा सुभाष