गौतम गंभीर और ओवल के क्यूरेटर के बीच तीखी बहस
आनन्द पंत
- 29 Jul 2025, 09:01 PM
- Updated: 09:01 PM
... भरत शर्मा ...
लंदन, 29 जुलाई (भाषा) भारत और इंग्लैंड के बीच के मौजूदा श्रृंखला के निर्णायक पांचवें टेस्ट से दो दिन पहले भारत के अभ्यास सत्र में एक अजीबोगरीब घटना देखने को मिली जब मुख्य कोच गौतम गंभीर और ‘द ओवल’ के मुख्य क्यूरेटर ली फोर्टिस के बीच तीखी नोकझोंक हो गई।
यह बहस तब शुरू हुई जब फोर्टिस ने मेहमान टीम के सहयोगी स्टाफ को पिच से 2.5 मीटर दूर खड़े रहने को कहा।
गंभीर को इस मैदानकर्मियों की ओर ऊंगली उठाकर यह कहते सुना गया ,‘‘ तुम नहीं बताओगे कि हमें क्या करना है, तुम सिर्फ एक मैदानकर्मी हो और उससे ज्यादा कुछ नहीं।’’
गंभीर की इस प्रतिक्रिया पर फोर्टिस ने कहा, ‘‘ मुझे इस घटना की शिकायत दर्ज करनी हागी।
भारत के 10 खिलाड़ियों ने इस अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया था जिसमें कप्तान शुभमन गिल शामिल नहीं थे। गंभीर के द्वारा फोर्टिस पर भड़ास निकालने से पहले मैदान पर टीम का अभ्यास सत्र सामान्य रूप से चल रहा था।
फोर्टिस पिछले तीन साल से इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के सर्वश्रेष्ठ ‘मल्टी-डे’ पिचों का पुरस्कार जीतते रहे है। इसके बावजूद समझा जाता है कि तुनक मिजाजी के कारण उनके साथ काम करना आसान नहीं है।
भारत के बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक ने मुख्य क्यूरेटर को गंभीर से दूर ले जाकर इस बहस को शांत करने की कोशिश की।
कोटक ने कहा, ‘‘ जब हम पिच को परख रहे थे तभी मैदान के एक कर्मचारी ने आकर कहा कि (हमें) विकेट से 2.5 मीटर दूर खड़ा होना है और ‘रस्सी के बाहर से विकेट को देखना है। भारतीय टीम के सदस्यों ने स्पाइक्स (खिलाड़ियों के द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले कील वाले जूते) नहीं पहने थे, ऐसे में पिच को कोई खतरा नहीं था। मैंने ऐसा पहले कभी नहीं देखा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे एक भारतीय खिलाड़ी ने कहा था कि इस क्यूरेटर के साथ काम करना आसान नहीं है। किसी चीज से लगाव होना अच्छा है, लेकिन बहुत ज्यादा लगाव होना अच्छा नहीं है। हमने जॉगर्स (सामान्य जूते) पहने थे, स्पाइक्स नहीं, इसलिए कोई खतरा नहीं था।’’
इस घटना के बाद भारतीय मीडिया ने फोर्टिस से उनके विचार जानने की कोशिश की। फोर्टिस ने ज्यादा बात करने से बचते हुए कहा, ‘‘ यह बड़ा मैच है और वह थोड़े भावुक हैं।’’
कोटक कहा कि इस बहसबाजी के लहजे के कारण स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है।
उन्होंने कहा, ‘‘क्यूरेटरों को यह भी समझने की जरूरत है कि वे जिन लोगों से बात कर रहे हैं, वे अत्यधिक कुशल और बुद्धिमान हैं। जहां हमने अभ्यास किया था वहां आपको किसी गेंदबाज के स्पाइक्स का निशान भी नहीं दिखेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश करते हैं कि मैदान की स्थिति कभी खराब न हो। इसलिए जब आप बहुत बुद्धिमान और अत्यधिक कुशल लोगों के साथ काम कर रहे होते हैं, तो आपको अभिमानी होने से बचना चाहिये। आखिर में यह एक क्रिकेट पिच ही है।
कोटक ने कहा, ‘‘यह कोई पुरातन महत्व वाली वस्तु नहीं है जिसे आप छू नहीं सकते। ऐसा नहीं है कि यह 200 साल पुरानी है और टूट सकती है।’’
इंग्लैंड की टीम ने सोमवार को अभ्यास नहीं किया लेकिन मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम और ईसीबी के प्रबंध निदेशक रॉब की पिच देखने आए थे। कोटक ने कहा कि उन्होंने ‘द ओवल’ के मैदानकर्मियों से कोई निर्देश नहीं दिया।
कोटक के अनुसार स्थिति और खराब हो गयी क्योंकि फोर्टिस ने भारतीय टीम के एक सपोर्ट स्टाफ सदस्य पर चिल्लाते हुए कहा कि वह कूलिंग बॉक्स को मुख्य स्क्वायर के पास न ले जाए। कोटक ने इस घटना को लेकर ईसीबी (इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड) से कोई शिकायत दर्ज कराने से भी इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सोच रहा था कि आप पिछले मैच के ड्रॉ के बारे में पूछेंगे (हंसते हुए)। लेकिन जब सपोर्ट स्टाफ में से एक कूलिंग बॉक्स वहां ला रहा था तब भी फोर्टिस रोलर पर बैठा था, उसने चिल्लाकर सपोर्ट स्टाफ से कहा कि उसे वहां न ले जाए। अब उस कूलिंग बॉक्स का वजन मेरे हिसाब से 10 किलो होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ उस समय गौतम ने बस इतना कहा कि सपोर्ट स्टाफ से ऐसे बात मत करो, क्योंकि सपोर्ट स्टाफ मुख्य कोच के अधीन आते हैं। मैदानकर्मी किसी टीम के सहयोगी सदस्यों पर चिल्ला नहीं सकते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ गौतम की प्रतिक्रिया बहुत सामान्य थी। मैं बहुत ईमानदारी से कहूं तो ओवल आने से पहले, अधिकांश टीम जानती है कि इस क्यूरेटर के साथ आसानी से काम करना मुश्किल है।’’
यह बहस तब शुरू हुई जब फोर्टिस ने गंभीर से कहा, ‘‘मुझे इसकी शिकायत करनी होगी’ और इस पर भारतीय मुख्य कोच ने तीखे तेवर दिखाते हुए जवाब दिया, ‘आपको जो शिकायत करनी है, आप जाकर कर सकते हैं।’’
मोर्ने मोर्कल और रियान टेन डोइशे जैसे भारतीय टीम के अन्य सहयोगी स्टाफ दोनों की बहस को ध्यान से सुन रहे थे।
गंभीर फिर फोर्टिस की तरफ मुडे और उन्होंने कहा, ‘‘तुम नहीं बताओगे कि हमें क्या करना है। तुम मैदानकर्मियों में से एक हो, उससे ज्यादा कुछ नहीं।’’
इसके बाद फोर्टिस और गंभीर अलग अलग रास्ते चले गए लेकिन गंभीर अभ्यास सत्र के लिये लौटे ।
अभ्यास के लिये सबसे पहले साइ सुदर्शन पहुंचे जबकि बायें हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव को भी अभ्यास करते देखा गया ।
बायें हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह भी मोर्केल की देखरेख में गेंदबाजी अभ्यास करते देखे गये।
भाषा आनन्द