असम में सहायक अभियंता की ‘खुदकुशी’ की सीबीआई जांच की मांग करते हुए कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
राजकुमार नरेश
- 27 Jul 2025, 09:05 PM
- Updated: 09:05 PM
गुवाहाटी, 27 जुलाई (भाषा) असम में कांग्रेस ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की एक सहायक अभियंता की कथित आत्महत्या की सीबीआई जांच की मांग करते हुए रविवार को विरोध प्रदर्शन किया ।
आरोप है कि इस अभियंता पर बोंगाईगांव में एक मिनी स्टेडियम के निर्माण में कथित तौर पर ‘गलत कार्यों को नजरअंदाज करने’ के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से भारी दबाव था।
विपक्षी दल के सदस्यों ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में धरना और प्रदर्शन किया तथा मृतक के परिवार के लिए न्याय एवं इस घटना की सीबीआई जांच की मांग की।
यहां प्रदेश कांग्रेस की महिला शाखा की अध्यक्ष मीरा बोरठाकुर गोस्वामी ने विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास एक ऐसे मुख्यमंत्री है जो बच्चों से हाथ मिलाने के लिए रास्ते में भी अपनी गाड़ी रोक देते हैं। लेकिन जब उनके विभाग की एक युवा महिला कर्मचारी आत्महत्या कर लेती है, तो उन्हें उसके परिवार से मिलने का समय नहीं मिलता।’’
सहायक अभियंता द्वारा छोड़े गए एक कथित नोट का हवाला देते हुए गोस्वामी ने कहा, ‘‘इसमें पीडब्ल्यूडी में कमीशनखोरी और बिलों को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने का जिक्र है। मुख्यमंत्री कहते हैं कि पुलिस और पूरा प्रशासन उनका अपना है। अब, उन्हें इसका इस्तेमाल अपने ही विभाग की गहन जांच के लिए करना चाहिए।’’
कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता गोपाल शर्मा ने भी आरोप लगाया कि सिर्फ लोक निर्माण विभाग में ही नहीं, बल्कि सभी विभागों में अनियमितताएं सामने आई हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘भ्रष्टाचार सर्वत्र फैला हुआ है। हम अनियमितताओं के सभी आरोपों की जांच की मांग करते हैं।’’
राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत, नगांव, माजुली, मोरीगांव, होजई, ग्वालपाड़ा, कामरूप, धेमाजी, डिब्रूगढ़, तिनसुकिया, बारपेटा, जोरहाट और गोलाघाट में विरोध प्रदर्शन किए गए।
बोंगाईगांव में सहायक अभियंता मंगलवार को अपने फ्लैट में मृत पाई गईं। वह गुवाहाटी की रहने वाली थीं।
पुलिस ने बताया कि इस मामले में अब तक लोक निर्माण विभाग के एक कार्यकारी अभियंता, एक उप-मंडल अधिकारी और एक ठेकेदार को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
शव के पास एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें सहायक अभियंता ने कथित तौर पर लिखा है कि दोनों अधिकारियों ने बोंगाईगांव में एक मिनी स्टेडियम के निर्माण को लेकर उस पर बहुत दबाव डाला था।
उन्होंने आरोप लगाया कि ठेकेदार ने बढ़ा-चढ़ाकर बिल दिये और उन्हें मंजूर करने करने के लिए उन पर दबाव डाला गया।
पुलिस के अनुसार ठेकेदार को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस नोट में लगाए गए आरोपों की पुष्टि कर रही है।
विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस विधायक देवव्रत सैकिया ने शनिवार को राज्यपाल को पत्र लिखकर इस घटना की सीबीआई या किसी अन्य स्वतंत्र केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने की अपील की।
भाषा राजकुमार