बीएफआई की अंतरिम समिति ने ट्रेनिंग व्यवस्था में सुधार के लिए विजेंदर की विशेषज्ञता मांगी
नमिता सुधीर
- 24 Jul 2025, 09:35 PM
- Updated: 09:35 PM
नयी दिल्ली, 24 जुलाई (भाषा) भारतीय मुक्केबाजी की अंतरिम समिति के प्रमुख अजय सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्होंने ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर सिंह से ‘कुछ ट्रेनिंग शिविरों’ का निरीक्षण करके और सुधार के लिए सुझाव देकर अपनी विशेषज्ञता प्रदान करने का अनुरोध किया है।
बीजिंग ओलंपिक 2008 में कांस्य पदक जीतने वाले विजेंदर ओलंपिक में पोडियम पर पहुंचने वाले भारत के एकमात्र पुरुष मुक्केबाज हैं।
सिंह ने पत्रकारों से कहा, ‘‘विजेंदर गतिविधियों में काफी सक्रिय रहते हैं। बेशक वह मुक्केबाजों के लिए एक बड़ी प्रेरणा हैं। लेकिन हम उनके कौशल और विशेषज्ञता का उपयोग हमारी कुछ ट्रेनिंग प्रक्रियाओं की देखरेख के लिए भी करना चाहते हैं और चाहते हैं कि वे हमें सुधार के लिए कुछ सुझाव दें। ’’
मुक्केबाज से नेता बने विजेंदर ने पेशेवर सर्किट में भी अपना दबदबा बनाया है लेकिन 2022 के बाद से उन्होंने कोई प्रतिस्पर्धा नहीं की है।
सिंह ने कहा कि विजेंदर की भागीदारी पर बातचीत अभी शुरुआती चरण में है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उनसे अनुरोध किया है कि वे कुछ ट्रेनिंग शिविरों का निरीक्षण करें और ट्रेनिंग को बेहतर बनाने के सुझाव दें। ’’
अभी धर्मेंद्र यादव सीनियर पुरुष टीम को कोचिंग दे रहे हैं जबकि डी चंद्रलाल एलीट महिला टीम की प्रभारी हैं।
सिंह ने दोहराया कि भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) के काफी समय से लंबित चुनाव खेल की विश्व शासी संस्था द्वारा निर्धारित 31 अगस्त की समय सीमा से पहले करा लिए जाएंगे।
बीएफआई अध्यक्ष के रूप में लगातार तीसरे कार्यकाल की उम्मीद कर रहे सिंह ने कहा, ‘‘बीएफआई के चुनाव अगस्त में होंगे। हमने मार्च में चुनाव प्रक्रिया शुरू कर दी थी। लेकिन विभिन्न मुकदमों के कारण इसे रोक दिया गया। विश्व संस्था ने बाद में एक अंतरिम संस्था का गठन किया जिसे चुनाव कराने के लिए कहा गया है। इसलिए चुनाव महीने के अंत में शायद 27 या 28 तारीख को होंगे। ’’
भारत नवंबर में विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल की मेजबानी करेगा लेकिन स्थान अभी भी तय किया जा रहा है।
हालांकि नयी दिल्ली ने तीन बार महिला विश्व चैंपियनशिप की मेजबानी की है और इसे शुरुआत में आगे माना जा रहा था लेकिन अन्य राज्य संघों ने भी रुचि दिखाई है।
सिंह ने कहा, ‘‘हमें स्थान चुनना है। विश्व मुक्केबाजी टीम भी देखने आएगी। शुरुआत में हमारा विचार दिल्ली में चैंपियनशिप आयोजित करने का था। (लेकिन) कुछ अन्य राज्यों ने अनुरोध किया है कि हम इस पर विचार करें। देखेंगे। ’’
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