दिल्ली के आठ विद्यालयों को बम से उड़ाने की मिली धमकी, तीन दिन में 10 ऐसे मामले
धीरज माधव
- 16 Jul 2025, 10:03 PM
- Updated: 10:03 PM
(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, 16 जुलाई (भाषा)राष्ट्रीय राजधानी के कई विद्यालयों को बुधवार सुबह बम से उड़ाने की धमकियां मिलने से अफरा-तफरी मच गई और परिसरों को तुरंत खाली कराना पड़ा। हालांकि,व्यापक जांच के बाद ये धमकियां अफवाह साबित हुईं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि 15 जुलाई को द्वारका स्थित सेंट थॉमस स्कूल में बम की धमकी भेजने के आरोप में 12 वर्षीय एक छात्र को हिरासत में लिया गया था। स्कूल को बुधवार को 24 घंटे से भी कम समय में एक और बम की धमकी मिली।
पुलिस उपायुक्त (द्वारका) अंकित सिंह ने बताया कि मंगलवार को बम की धमकी वाला ई-मेल भेजने वाले लड़के की पहचान कर ली गई है और उसे हिरासत में ले लिया गया है।
सिंह ने एक वीडियो बयान में कहा, ‘‘लड़के की काउंसलिंग की गई और उसे परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया।’’
पुलिस के मुताबिक सेंट थॉमस स्कूल के साथ-साथ सात अन्य विद्यालयों को भी बुधवार को ई-मेल मिला जिसमें बम रखने की धमकी दी गई थी। हालांकि, जांच के बाद सभी धमकियां फर्जी पाई गईं।
अधिकारियों ने बताया कि वसंत कुंज स्थित वसंत वैली स्कूल, हौज खास स्थित मदर इंटरनेशनल, पश्चिम विहार स्थित रिचमंड ग्लोबल स्कूल, पश्चिम विहार और पीतमपुरा स्थित प्रूडेंस स्कूल, लोधी एस्टेट स्थित सरदार पटेल विद्यालय और पश्चिम विहार के सेंट थॉमस स्कूल को इस तरह की धमकियां मिली थीं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये ईमेल सुबह 5.26 बजे से 8.12 बजे के बीच प्राप्त हुए। विद्यालयों को कुल 10 ईमेल मिले। उन्होंने बताया कि विद्यालय परिसरों की गहन जांच की गई और कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।
यह लगातार तीसरा दिन था जब दिल्ली के कई विद्यालयों को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। हालांकि, सभी धमकियां फर्जी निकलीं।
सरदार पटेल विद्यालय के स्कूल अधिकारियों ने अभिभावकों को भेजे गए एक ईमेल में कहा, ‘‘आज सुबह बम की संभावित धमकी मिलने के कारण और पुलिस की सलाह के अनुसार, सरदार पटेल विद्यालय आज बंद रहेगा। बम निरोधक दस्ता परिसर की गहन जांच कर रहा है।’’
इन स्कूलों में रात में भी रहने वाले कर्मचारियों को एहतियात के तौर पर तुरंत सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस, बम निरोधक दस्ते, श्वान दस्ते और साइबर विशेषज्ञों की टीम स्कूलों में पहुंचीं और उन्होंने गहन तलाशी ली। अभी तक कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।
भाषा धीरज