एमआरए नवीनीकरण पर अनिश्चितता के कारण आईएसएल 2025-26 सत्र स्थगित
नमिता आनन्द
- 11 Jul 2025, 08:21 PM
- Updated: 08:21 PM
नयी दिल्ली, 11 जुलाई (भाषा) इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) ने शुक्रवार को घोषणा की कि टूर्नामेंट के आयोजकों और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के बीच ‘मास्टर राइट्स एग्रीमेंट’ (एमआरए) के नवीनीकरण को लेकर अनिश्चितता के कारण 2025-26 सत्र को स्थगित कर दिया गया है।
देश की शीर्ष स्तरीय फुटबॉल लीग आमतौर पर सितंबर से अप्रैल तक चलती है। आईएसएल का आयोजन करने वाली ‘फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड’ (एफएसडीएल) और एआईएफएफ के बीच मौजूदा एमआरए (मास्टर अधिकार समझौता) आठ दिसंबर 2025 को समाप्त होने वाला है। तब तक आईएसएल का तीसरा महीना शुरू हो जाएगा।
एफएसडीएल ने आईएसएल के सभी क्लबों को लिखे पत्र में कहा, ‘‘दिसंबर के बाद किसी निश्चित अनुबंधीय समझौते के अभाव में हम 2025-26 आईएसएल सत्र की प्रभावी योजना बनाने, इसे आयोजित करने या इसका व्यवसायीकरण करने में असमर्थ हैं। ’’
इसमें कहा गया, ‘‘इस स्थिति को देखते हुए हमें आपको यह बताते हुए खेद हो रहा है कि हम वर्तमान में 2025-26 आईएसएल सत्र को आगे बढ़ाने की स्थिति में नहीं हैं और मौजूदा एमआरए अवधि के अंत के बाद अनुबंधीय रूपरेखा पर और स्पष्टता आने तक इसे स्थगित कर रहे हैं। ’’
इसमें कहा गया, ‘‘हम आपको आश्वस्त करते हैं कि यह फैसला काफी सोच विचार के बाद लिया गया है। ’’
उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बाद एआईएफएफ को एआईएफएफ मसौदा संविधान मामले में अंतिम फैसला आने तक आईएसएल चलाने वाली शीर्ष संचालन संस्था के वाणिज्यिक साझीदार (एफएसडीएल) के साथ एमआरए की नई शर्तों पर बातचीत नहीं करने के लिए कहा गया है।
एफएसडीएल ने पत्र में कहा, ‘‘जैसा कि आप जानते हैं कि एफएसडीएल और एआईएफएफ के बीच एमआरए आठ दिसंबर 2025 को समाप्त होने वाला है जो सितंबर से अप्रैल तक चलने वाले आईएसएल सत्र का लगभग एक-तिहाई हिस्सा है। ’’
उसने कहा, ‘‘हालांकि एफएसडीएल और एआईएफएफ के बीच एमआरए के संभावित नवीनीकरण पर चर्चा कई महीने पहले शुरू हुई थी लेकिन अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है। ’’
इसमें कहा गया, ‘‘इसे देखते हुए हमारा मानना है कि क्लबों को बदलती स्थिति से अवगत कराना जरूरी है। यह सूचना एफएसडीएल द्वारा वास्तविक आधार पर और पारदर्शिता के हित में जारी की जा रही है ताकि सभी क्लब किसी भी संभावित आकस्मिकता के लिए उचित योजना बना सकें। ’’
एफएसडीएल ने क्लबों को यह भी आश्वासन दिया कि वह ‘घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहा है’ और उन्हें ’समय पर और पारदर्शी तरीके से’ सूचित करता रहेगा।
उसने कहा, ‘‘अनिश्चितता के इस दौर से गुजरते हुए हम आपकी समझ और निरंतर समर्थन के लिए आभारी हैं। ’’
एफएसडीएल एआईएफएफ का वाणिज्यिक साझीदार भी है और उन्होंने 2010 में 15 साल के एमआरए पर हस्ताक्षर किए थे।
एफएसडीएल एमआरए के अनुसार एआईएफएफ को सालाना 50 करोड़ रुपये का भुगतान करता है और बदले में उसे भारतीय फुटबॉल के प्रसारण, प्रबंधन और व्यावसायीकरण के अधिकार मिलते हैं जिसमें राष्ट्रीय टीम भी शामिल है।
एफएसडीएल से मिलने वाली राशि महासंघ के संचालन और विकास संबंधी पहल में मदद करती है।
एफएसडीएल ने पहले आईएसएल क्लब मालिकों को मौखिक रूप से बताया था कि एमआरए पर स्पष्टता होने तक अगला चरण शुरू नहीं होगा।
पीटीआई ने पहले बताया था कि एफएसडीएल एक नयी कंपनी बनाने की भी योजना बना रहा है जो आईएसएल का संचालन करेगी जिसमें भाग लेने वाले क्लब (60 प्रतिशत), एफएसडीएल (26 प्रतिशत) और एआईएफएफ (14 प्रतिशत) शेयरधारक होंगे।
भाषा नमिता आनन्द