बीएओए ने मुंबई हवाई अड्डे पर निजी विमानों के लिए पार्किंग बंद करने के कदम पर जताई चिंता
निहारिका रमण
- 11 Jul 2025, 04:17 PM
- Updated: 04:17 PM
मुंबई, 11 जुलाई (भाषा) बिजनेस एयरक्राफ्ट ऑपरेटर्स एसोसिएशन (बीएओए) ने 31 जुलाई से निजी विमान संचालकों के लिए हवाई अड्डे की पार्किंग बंद करने के मुंबई हवाई अड्डे के फैसले को पलटने में नागर विमानन मंत्रालय से हस्तक्षेप का अनुरोध किया है।
अदाणी समूह की इकाई मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एमआईएएल) शहर में छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (सीएसएमआईए) का संचालन करती है।
नागर विमानन सचिव समीर कुमार सिन्हा को लिखे पत्र में बीएओए के प्रबंध निदेशक आर. के. बाली ने कहा कि सीएसएमआईए एक सार्वजनिक संपत्ति है और सार्वजनिक संपत्ति सभी पक्षों को बिना किसी भेदभाव के निष्पक्ष एवं न्यायसंगत तरीके से उपलब्ध होनी चाहिए।
बाली ने नौ जुलाई को लिखे पत्र में कहा, ‘‘ एमआईएएल द्वारा जीए/बीए संचालकों पर थोपी जाने वाली शर्तें निषेधात्मक हैं। ये पूरे परिचालन को अव्यवहारिक बनाती हैं और इनका उद्देश्य सामान्य विमानन एवं व्यावसायिक विमानन संचालकों को संपत्ति से बाहर करना है। इसलिए यह आवश्यक है कि नागर विमानन मंत्रालय हस्तक्षेप करे और भारत में जीए/बीए क्षेत्र के लिए कानूनी एवं नीतिगत सुरक्षा उपायों को बनाए रखे।’’
बीएओए विभिन्न सामान्य विमानन एवं व्यावसायिक विमानन (जीए/बीए) संचालकों का प्रतिनिधित्व करता है। इनमें हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, रिलायंस कमर्शियल डीलर्स लिमिटेड, रिलायंस ट्रांसपोर्ट एंड ट्रैवल्स, ताज एयर, जेएसडब्ल्यू स्टील, ग्रासिम इंडस्ट्रीज, फ्यूचूरा ट्रैवल्स और लार्सन एंड टुब्रो शामिल हैं।
पार्किंग सुविधाओं के मुद्दे पर मंत्रालय के हस्तक्षेप की मांग करते हुए बीएओए ने कहा कि 31 जुलाई तक मुंबई हवाई अड्डे की पार्किंग सुविधाओं से जीए/बीए संचालकों को वंचित रखने के संबंध में जारी निर्देशों को तब तक रद्द या निलंबित किया जाना चाहिए जब तक संचालकों के लिए वैकल्पिक स्थान आवंटन पर निर्णय नहीं लिया जाता।
बीएओए ने यह भी उल्लेख किया कि महानगरीय क्षेत्र के भीतर सीएसएमआईए और एनएमआईए (नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा) दोनों के स्वामित्व एवं निकटता की समानता को देखते हुए जीए/बीए यातायात का समन्वित प्रबंधन परिचालन एवं वाणिज्यिक रूप से व्यवहार्य होना चाहिए था।
एमआईएएल की जल्द तैयार होने वाले नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (एनएमआईएएल) में 74 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
पत्र में कहा गया, ‘‘ मौजूदा स्थिति के अनुसार एमआईएएल और एनएमआईएएल के असहयोगपूर्ण आचरण से जीए/बीए संचालकों को अपने कार्यों को करने में पहले से ही कठिनाइयों एवं अनिश्चितताओं का सामना करना पड़ रहा है। उपरोक्त स्थिति से स्पष्ट है कि जीए/बीए संचालकों पर 31 जुलाई 2025 से उन्हें उनके पार्किंग स्थलों से हटाए जाने का खतरा मंडरा रहा है...जिनका वे कई वर्ष से उपयोग कर रहे हैं और फिलहाल सीएसएमआईए या एनएमआईए में कोई वैकल्पिक चरणबद्ध स्थानांतरण नहीं किया गया है।’’
भाषा निहारिका