कोलकाता कॉलेज सामूहिक बलात्कार: आरोपियों को अपराध स्थल ले जाकर घटना का नाट्य रूपांतरण किया गया
सिम्मी मनीषा
- 04 Jul 2025, 01:47 PM
- Updated: 01:47 PM
(तस्वीरों के साथ जारी)
कोलकाता, चार जुलाई (भाषा) कोलकाता पुलिस के अधिकारी एक छात्रा से सामूहिक बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार चार लोगों को शुक्रवार को ‘साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज’ ले गए जहां उन्होंने आपराधिक घटना का नाट्य रूपांतरण किया।
तीन मुख्य आरोपियों - कॉलेज के पूर्व छात्र मोनोजीत मिश्रा, मौजूदा छात्र प्रमित मुखर्जी एवं जैब अहमद - तथा सुरक्षा गार्ड पिनाकी बनर्जी को तड़के करीब साढ़े चार बजे कॉलेज ले जाया गया और इस पूरी प्रक्रिया में करीब चार घंटे लगे।
अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘आपराधिक घटना का नाट्य रूपांतरण जांच का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हमने आज यह कार्य पूरा कर लिया है। चारों आरोपियों को आज सुबह ‘साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज’ ले जाया गया और यह कार्य पूरा किया गया।’’
पूरी प्रक्रिया एक बड़े पुलिस दल की मौजूदगी में की गई और यह चार घंटे से अधिक समय तक चली। इसके बाद चारों को वापस पुलिस थाने ले जाया गया।
अधिकारी ने कहा, ‘‘अब हमारे निष्कर्षों का मिलान महिला के आरोपों से किया जाएगा और अन्य सबूतों की मदद से उनका सत्यापन किया जाएगा।’’
आरोप है कि 25 जून की शाम को मिश्रा एवं कॉलेज के दो वरिष्ठ छात्रों ने 24 वर्षीय युवती के साथ बलात्कार किया। पीड़िता ने पुलिस को दी गई शिकायत में कहा कि गार्ड के कमरे सहित परिसर के अंदर कई स्थानों पर तीन घंटे से अधिक समय तक उसके साथ बलात्कार किया गया।
कोलकाता पुलिस का जासूसी विभाग मामले की जांच कर रहा है।
अधिकारी ने बताया कि चारों आरोपियों को पहले शहर में कस्बा इलाके के दक्षिणी हिस्से में स्थित कॉलेज के यूनियन कक्ष में ले जाया गया, फिर उन्हें शौचालय और गार्ड कक्ष में ले जाया गया।
अधिकारी के अनुसार, चारों से कहा गया कि उन्होंने 25 जून को अपराध करने से पहले और अपराध के दौरान जो कुछ भी किया था, वे उसका नाट्य रूपांतरण करें।
उन्होंने कहा, ‘‘इस पूरी प्रक्रिया के दौरान हमारे वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। आरोपियों को वहां ले जाए जाने के बाद हमारे अधिकारियों ने नाट्य रूपांतरण के विवरण को दर्ज किया।’’
अधिकारी ने बताया कि दिन में जासूसी विभाग के कर्मियों ने पूरे संस्थान की ‘3डी मैपिंग’ की।
‘3डी मैपिंग’ विभिन्न प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके असल दुनिया की वस्तुओं, परिदृश्यों या संरचनाओं के तीन आयामी मॉडल बनाने की प्रक्रिया है। यह प्रक्रिया अपराध स्थल की विस्तृत और सटीक जानकारी प्रदान कर जांच में मदद करती है।
सुरक्षा गार्ड को बाद में अदालत में पेश किया जाएगा क्योंकि उसकी पुलिस हिरासत की अवधि चार जून तक थी।
मेडिकल जांच के साथ-साथ परिस्थितिजन्य साक्ष्यों ने प्रथम वर्ष की छात्रा के आरोप की पुष्टि की है। सुरक्षा गार्ड पर अपनी जिम्मेदारी निभाने में विफल रहने का आरोप लगाया गया है।
भाषा सिम्मी