नारायण राणे आसानी से यहां तक नहीं पहुंचे, झगड़े किए, 'हत्या' जैसी घटनाओं में शामिल रहे : मंत्री
योगेश धीरज
- 29 Jun 2025, 08:36 PM
- Updated: 08:36 PM
सिंधुदुर्ग, 29 जून (भाषा) महाराष्ट्र सरकार के मंत्री एवं शिवसेना नेता भरत गोगावले ने दावा किया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे आज जहां भी हैं, वहां वह इतनी आसानी नहीं पहुंचे हैं, इसके लिए उन्हें कई आपराधिक मामलों का सामना करना पड़ा, वह जेल गए और वह झगड़ों व ‘हत्या’ जैसी घटनाओं में भी शामिल रहे।
टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए नारायण राणे के पुत्र और राज्य में भाजपा के मंत्री नितेश राणे ने रविवार को कहा कि उनके पिता के खिलाफ किसी भी हत्या से संबंधित कोई पुलिस रिकॉर्ड नहीं है और वह गोगावले से मिलेंगे तथा कुछ तथ्यों के बारे में उनकी समझ को व्यापक बनाएंगे।
गोगावले की टिप्पणी से महाराष्ट्र का सियासी पारा चढ़ गया है। शिवसेना (उबाठा) विधायक आदित्य ठाकरे ने मांग की कि पुलिस हत्या और अन्य मामलों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए नारायण राणे और गोगावले से पूछताछ करे।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को गोगावले द्वारा उल्लिखित मामलों और हत्या के बारे में विवरण मांगना चाहिए तथा महाराष्ट्र के लोगों के साथ जानकारी साझा करनी चाहिए।
शनिवार को सिंधुदुर्ग में एक कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए गोगावले ने कहा, ‘‘आज हमें जिले में नीलेश राणे के रूप में ताकत मिली है। हमारे (शिवसेना के सावंतवाड़ी विधायक दीपक) केसरकर साहब लड़ाई-झगड़े में नहीं पड़ते। अगर कोई शिवसैनिक हंगामा नहीं करता, तो वह शिवसैनिक नहीं है।’’
शिवसेना नेता ने दावा किया, ‘‘एक समय महाराष्ट्र में, चाहे वह नारायण राणे हों या कई अन्य नेता... नारायण राणे आज जिस स्तर पर भी हैं वहां इतनी आसान से नहीं पहुंचे हैं। उन्होंने मामलों का (राणे के खिलाफ आपराधिक मामलों का संदर्भ) सामना किया, हंगामा किया, जेल गए, झगड़े किए, हत्याओं में शामिल रहे... सबकुछ किया।’’
नारायण राणे रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने राज्य विधानसभा में मालवन और कुडाल विधानसभा क्षेत्रों का भी प्रतिनिधित्व किया है।
नारायण राणे के खिलाफ 1991 में सिंधुदुर्ग के कांग्रेस पदाधिकारी श्रीधर नाइक की हत्या के सिलसिले में मामला दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें बरी कर दिया गया था।
श्रीधर नाइक शिवसेना (तब अविभाजित) के विधायक वैभव नाइक के चाचा थे, जिन्होंने 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में नारायण राणे को हराया था। तब नारायण राणे कांग्रेस में थे।
गोगावाले की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर नितेश राणे ने कहा, ‘‘मैंने गोगावाले का भाषण नहीं सुना है। लेकिन मैं उन्हें याद दिला दूं कि नारायण राणे मुख्यमंत्री रह चुके हैं और उनके खिलाफ किसी हत्या से संबंधित कोई पुलिस रिकॉर्ड नहीं है। नारायण राणे ने शिवसेना के लिए कड़ी मेहनत की और पार्टी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।’’
भाजपा नेता ने संवाददाताओं से कहा कि यह आदान-प्रदान (गोगावले की टिप्पणी और उनकी प्रतिक्रिया) राजनीतिक विवाद में बदल सकता था, लेकिन उन्होंने तथ्यों को स्पष्ट करना बेहतर समझा।
भरत गोगावले महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के सदस्य हैं।
राज्य में महायुति की सरकार है जिसमें शिंदे नीत शिवसेना, भाजपा और अजित पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) शामिल हैं।
पूर्व मंत्री और शिवसेना (उबाठा) विधायक आदित्य ठाकरे ने मांग की कि पुलिस गोगावले का बयान दर्ज करे।
उन्होंने कहा, ‘‘एक जिम्मेदार मंत्री पूर्व केंद्रीय मंत्री (नारायण राणे) के बारे में ऐसी टिप्पणी कर सकता है? पुलिस को गोगावले का बयान दर्ज करना चाहिए। उन्हें हत्याओं और आपराधिक मामलों के बारे में पता लगाने के लिए राणे और गोगावले से पूछताछ करनी चाहिए।’’
ठाकरे ने कहा, ‘‘यह पूर्व मंत्री (नारायण राणे) प्रधानमंत्री के बगल में बैठ सकते हैं। इसका मतलब है कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा को खतरा है।’’
भाषा
योगेश