बलात्कार मामले में ‘असंवेदनशील’ टिप्पणी के लिए विधायक मित्रा को कारण बताओ नोटिस
देवेंद्र नरेश
- 29 Jun 2025, 09:23 PM
- Updated: 09:23 PM
कोलकाता, 29 जून (भाषा) तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को पार्टी विधायक मदन मित्रा को कारण बताओ नोटिस जारी किया और कहा कि कॉलेज में कानून की छात्रा के साथ कथित सामूहिक बलात्कार के मामले में उनकी टिप्पणी अनुचित और असंवेदनशील है।
पूर्व मंत्री मित्रा को लिखे पत्र में तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी ने उनसे पार्टी नियम तोड़ने का कारण पूछा है और तीन दिन के भीतर जवाब देने को कहा है।
बख्शी द्वारा जारी पत्र में कहा गया है, ‘‘आपकी (मित्रा की) 28 जून की अकारण और असंवेदनशील टिप्पणियों से हमारी पार्टी की छवि प्रभावित हुई है।’’
इसमें यह भी कहा गया कि मित्रा की टिप्पणी इस मामले पर पार्टी के रुख के खिलाफ है।
बख्शी ने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने इस शर्मनाक घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है और प्रशासन सभी आवश्यक कदम उठा रहा है।
उन्होंने कहा कि आरोपी व्यक्तियों की पुलिस द्वारा शीघ्र पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
मित्रा ने हालांकि संवाददाताओं से कहा कि उन्हें रविवार शाम तक कोई पत्र नहीं मिला है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अभी तक यह (कारण बताओ पत्र) नहीं मिला है। इसके अलावा, हम पार्टी के आंतरिक मुद्दों पर सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं करते हैं।’’
मित्रा ने शनिवार को कहा था कि अगर छात्रा अपने साथ कुछ दोस्तों को ले जाती या वहां जाने से पहले लोगों को सूचित करती तो यह घटना नहीं होती।
मित्रा ने कहा था, ‘‘इस घटना से लड़कियों को यह संदेश गया है कि अगर महाविद्यालय बंद होने पर कोई उन्हें बुलाता है तो मत जाइए, इससे कुछ अच्छा नहीं होगा। अगर वह लड़की वहां नहीं गई होती तो यह घटना नहीं होती।’’
उन्होंने कहा था, ‘‘जिसने यह गंदा काम किया, उसने स्थिति का फायदा उठाया।’’
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में विधि महाविद्यालय की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी की विवादास्पद टिप्पणी के एक दिन बाद मित्रा ने यह बयान दिया था।
बनर्जी ने शुक्रवार को कहा था, ‘‘अगर एक दोस्त अपनी दोस्त के साथ बलात्कार करता है, तो आप सुरक्षा कैसे सुनिश्चित कर सकते हैं? क्या विद्यालयों में पुलिस होगी? यह छात्रों द्वारा एक अन्य छात्रा के साथ किया गया था। उसकी (पीड़िता की) सुरक्षा कौन करेगा?’’
तृणमूल कांग्रेस ने दोनों नेताओं की टिप्पणियों से किनारा करते हुए कहा कि ये उनके निजी बयान हैं।
पार्टी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘‘सांसद कल्याण बनर्जी और विधायक मदन मित्रा ने दक्षिण कलकत्ता विधि महाविद्यालय में हुए जघन्य अपराध के संबंध में टिप्पणियां अपनी व्यक्तिगत हैसियत से की हैं। पार्टी स्पष्ट रूप से उनके बयानों से खुद को अलग करती है और इसकी कड़ी निंदा करती है। ये विचार किसी भी तरह से पार्टी के रुख को नहीं दर्शाते हैं।’’
इसके तुरंत बाद श्रीरामपुर से सांसद बनर्जी ने सवाल उठाया कि क्या पार्टी उन नेताओं का ‘‘ परोक्ष रूप से समर्थन’’ कर रही है जो ‘‘अपराधियों का बचाव कर रहे हैं’’। उन्होंने पार्टी के बयान से भी खुद को अलग कर लिया।
बनर्जी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘‘मैं तृणमूल कांग्रेस द्वारा ‘एक्स’ पर की गई पोस्ट से पूरी तरह असहमत हूं। क्या वे अप्रत्यक्ष रूप से उन नेताओं का समर्थन कर रहे हैं जो इन अपराधियों को बचा रहे हैं? केवल अकादमिक बयानों से कोई वास्तविक बदलाव नहीं आएगा, जब तक कि सीधे तौर पर जिम्मेदार नेताओं के खिलाफ तत्काल कार्रवाई नहीं की जाती... मैं उन लोगों से भी खुद को स्पष्ट रूप से दूर रखना चाहता हूं जो इन अपराधियों को प्रोत्साहित या संरक्षित कर रहे हैं।’’
भाषा
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