ईरान के सर्वोच्च नेता ने अमेरिकी प्रस्ताव की आलोचना की लेकिन परमाणु समझौते का विचार खारिज नहीं किया
सिम्मी नरेश
- 04 Jun 2025, 04:35 PM
- Updated: 04:35 PM
दुबई, चार जून (एपी) ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने तेहरान के तेजी से बढ़ते परमाणु कार्यक्रम पर वार्ता के दौरान पेश किए गए अमेरिका के प्रारंभिक प्रस्ताव की बुधवार को आलोचना की लेकिन उन्होंने वाशिंगटन के साथ समझौते के विचार को पूरी तरह खारिज नहीं किया।
खामेनेई ने इस बात पर भी जोर दिया कि तेहरान को यूरेनियम संवर्धन की अपनी क्षमता बनाए रखनी होगी।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित अमेरिकी अधिकारियों ने ईरान द्वारा यूरेनियम संवर्धन रोके जाने की बार-बार मांग की है लेकिन यह अब भी स्पष्ट नहीं है कि पश्चिम एशिया में अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने ईरान को दिए गए अपने प्रारंभिक प्रस्ताव में इस मुद्दे को किस स्तर तक उठाया था।
खामेनेई ने अपने भाषण में जो नहीं कहा, वह भी मायने रखता है। उन्होंने वार्ता को अस्वीकार नहीं किया। इस वार्ता को ईरान अपनी अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण मानता है। इससे उस पर लगे कुछ कठोर आर्थिक प्रतिबंधों को हटाए जाने का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।
खामेनेई ने परमाणु संवर्धन के किसी खास स्तर पर भी जोर नहीं दिया। ईरान अभी 60 प्रतिशत तक यूरेनियम संवर्धन कर रहा है।
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा कि तेहरान अमेरिका के प्रस्ताव पर जल्द ही अपनी प्रतिक्रिया देगा। ऐसे में बुधवार को दिया गया खामेनेई का भाषण इस प्रतिक्रिया के पूर्वावलोकन के रूप में देखा जा रहा है।
खामेनेई ने अयातुल्ला रूहोल्लाह खुमैनी की बरसी पर कहा, ‘‘अगर हमारे पास 100 परमाणु ऊर्जा संयंत्र भी थे और उनका संवर्धन नहीं हुआ है तो वे हमारे उपयोग करने लायक नहीं हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम संवर्धन नहीं कर सकते तो हमें अमेरिका के सामने हाथ फैलाना चाहिए।’’
खामेनेई ने अमेरिकी प्रस्ताव को ‘‘ ‘हम कर सकते हैं’ (ईरान सरकार का नारा) की अवधारणा के पूरी तरह खिलाफ’’ बताया।
उन्होंने कहा कि अमेरिका ईरान के संपूर्ण परमाणु उद्योग को नष्ट करने की कोशिश लंबे समय से कर रहा है।
खामेनेई ने कहा, ‘‘अशिष्ट और अहंकारी अमेरिकी नेता अलग-अलग शब्दों में इस मांग को दोहराते रहते हैं।’’
परमाणु ऊर्जा से संपन्न कुछ राष्ट्र बाहरी आपूर्तिकर्ताओं से यूरेनियम प्राप्त करते हैं। ईरान और अमेरिका के बीच पांच दौर की वार्ता के बाद भी अमेरिकी प्रस्ताव का विवरण अस्पष्ट है।
समाचार वेबसाइट ‘एक्सियोस’ की एक खबर में अमेरिकी प्रस्ताव का विवरण दिया गया है, जिसकी पुष्टि एक अमेरिकी अधिकारी ने अलग से की है। खबर के अनुसार, प्रस्ताव में ईरान और आसपास के देशों के लिए यूरेनियम संवर्धन करने वाले एक संभावित परमाणु संघ की बात भी शामिल है।
यह अब भी स्पष्ट नहीं है कि ईरान को अपना संवर्धन कार्यक्रम पूरी तरह से छोड़ना होगा या नहीं, क्योंकि ‘एक्सियोस’ ने खबर दी है कि ईरान कुछ समय तक तीन प्रतिशत शुद्धता तक यूरेनियम का संवर्धन कर सकेगा।
ईरान के साथ समझौता करना अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके भरोसेमंद मित्र एवं पश्चिम एशिया के मामलों के लिए अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ की कूटनीतिक प्राथमिकताओं में से एक है।
समझौते के तहत अमेरिका ईरान पर लगाए गए कुछ कठोर आर्थिक प्रतिबंधों को हटा सकता है जिसके बदले में ईरान अपने यूरेनियम संवर्धन को सीमित कर सकता है या समाप्त कर सकता है।
समझौता न होने पर पश्चिम एशिया में तनाव और बढ़ने की आशंका है जहां गाजा पट्टी में इजराइल-हमास युद्ध के कारण पहले से ही तनावपूर्ण स्थिति है।
एपी
सिम्मी