भारत लगातार चौथे साल सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था: सीतारमण
पाण्डेय रमण
- 30 May 2025, 09:32 PM
- Updated: 09:32 PM
नयी दिल्ली, 30 मई (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि भारत लगातार चौथे साल सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है।
उन्होंने कहा कि जीडीपी वृद्धि की गति को बनाए रखने में छोटे, मध्यम और बड़े उद्योगों, सेवाओं और कृषि क्षेत्र से मदद मिली।
सीतारमण ने कहा कि 2024-25 की मार्च तिमाही के दौरान भारत का विनिर्माण क्षेत्र अच्छा रहा है। इसने पूरे वित्त वर्ष में 6.5 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि हासिल करने में मदद की।
सीतारमण ने कहा, ''भारत लगातार चौथे साल बिना रुके सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में अपनी वृद्धि को बनाए रखने में सफल रहा। इसका श्रेय छोटे, मध्यम और बड़े उद्योगों को जाता है, जो आगे आकर सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारी विनिर्माण क्षमता, हमारी सेवा क्षमता की गति बनी रहे। कृषि ने भी कोविड महामारी के दौरान और उसके बाद अपनी गति बनाए रखी है।''
उन्होंने लक्ष्मीपत सिंघानिया-आईआईएम लखनऊ नेशनल लीडरशिप पुरस्कार समारोह में कहा कि जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान ऐसा माना जा रहा था कि उद्योग पर्याप्त निवेश नहीं कर रहा है, क्षमताएं नहीं बढ़ रही हैं, और अर्थव्यवस्था पर इसका असर होगा।
सीतारमण ने कहा, ''मुझे खुशी है कि भारत का उद्योग... विनिर्माण गतिविधियां चौथी तिमाही के दौरान बहुत अच्छी रही और सिर्फ चौथी तिमाही की वृद्धि 7.4 प्रतिशत रही। इसके चलते, 2024-25 के पूरे वित्त वर्ष में जीडीपी 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ी।''
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 6.5 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि 2023-24 के उच्च तुलनात्मक आधार पर आई है, जब अर्थव्यवस्था 9.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी।
वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही के दौरान विनिर्माण क्षेत्र 4.8 प्रतिशत की दर से बढ़ा, जबकि इससे पिछले वर्ष की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 11.3 प्रतिशत था।
मार्च 2025 तिमाही में सेवा क्षेत्र में 7.3 प्रतिशत और कृषि क्षेत्र 5.4 प्रतिशत की दर से बढ़ा।
सीतारमण ने कहा कि सरकार लगातार विनियामक कठिनाइयों को दूर करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि उन्हें विनियामक बाधाओं को कम करने के लिए सुझावों का इंतजार है।
भारत को विकसित बनाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ''हमें अपने देश की क्षमताओं पर भरोसा करने की जरूरत है कि हम निश्चित रूप से लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं... हम कब तक यह कहते रहेंगे कि हम एक विकासशील देश हैं।''
वित्त मंत्री ने कहा, ''भारत के लोग पूरी दुनिया में जा रहे हैं और विभिन्न क्षेत्रों में नेतृत्व कर रहे हैं। यह हम सभी के लिए इस संदेह से बाहर निकलने का वक्त है कि क्या भारत ऐसा कर पाएगा, क्या भारत पहुंच पाएगा? जवाब है, हां हम कर सकते हैं।''
उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनने के लिए, देश को भ्रष्टाचार की बुराई से बाहर आने की जरूरत है।
भाषा पाण्डेय