जवाबी शुल्क पर अमेरिकी अदालत की रोक के बाद शेयर बाजार में तेजी, सेंसेक्स 321 अंक चढ़ा
अनुराग अजय
- 29 May 2025, 04:50 PM
- Updated: 04:50 PM
मुंबई, 29 मई (भाषा) स्थानीय शेयर बाजार में लगातार दो दिन की गिरावट के बाद बृहस्पतिवार को तेजी रही। अमेरिका में एक अदालत ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के ‘जवाबी शुल्क’ के फैसले पर रोक लगा दी है, जिससे वैश्विक बाजारों में उछाल आया। इससे स्थानीय शेयर बाजार भी चढ़ गया।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 320.70 अंक यानी 0.39 प्रतिशत चढ़कर 81,633.02 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 504.57 अंक चढ़कर 81,816.89 अंक तक पहुंच गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयरों वाला निफ्टी 81.15 अंक या 0.33 प्रतिशत चढ़कर 24,833.60 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में इंडसइंड बैंक 2.41 प्रतिशत चढ़ गया। बाजार नियामक सेबी ने बैंक के पूर्व सीईओ (मुख्य कार्यपालक अधिकारी) सुमंत कठपलिया और चार अन्य अधिकारियों को बैंक के शेयर में कथित भेदिया कारोबार के मामले में प्रतिभूति बाजार से प्रतिबंधित कर दिया है।
इसके अलावा सन फार्मा, अदाणी पोर्ट्स, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा और एक्सिस बैंक के शेयर भी फायदे में रहे।
वहीं, बजाज फाइनेंस, आईटीसी, बजाज फिनसर्व और एशियन पेंट्स के शेयर नीचे आए।
अमेरिका की संघीय अदालत ने आयात पर ‘जवाबी’ शुल्क लगाने के राष्ट्रपति ट्रंप के फैसले पर रोक लगा दी है, जिससे निवेशकों की धारणा मजबूत हुई।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “अमेरिकी अदालत ने ट्रंप की ‘जवाबी’ शुल्क नीति पर रोक लगाई, जिसके बाद वैश्विक धारणा में सुधार हुआ। हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि और अमेरिकी 10-वर्षीय बॉन्ड पर प्रतिफल बढ़ने से घरेलू बाजार दिन में ज्यादातर समय तक एक दायरे में कारोबार करता रहा।”
उन्होंने कहा, “व्यापार तनाव कम होने की उम्मीद के बीच आईटी और फार्मा जैसे निर्यात-केंद्रित क्षेत्रों ने अच्छा प्रदर्शन किया।”
छोटी कंपनियों से जुड़ा बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.48 प्रतिशत चढ़ा, जबकि मझोली कंपनियों से संबंधित मिडकैप 0.39 प्रतिशत के नुकसान में रहा।
मेहता इक्विटीज लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘‘शुरुआत में बाज़ार में सुस्त चाल देखने को मिली, जबकि मासिक डेरिवेटिव अनुबंध के निपटान के दिन शॉर्ट कवरिंग के बीच चुनिंदा शेयरों में खरीदारी से बाजार में सुधार आया।’
उन्होंने कहा, “निवेशकों के अमेरिकी एफओएमसी (फेडरल ओपन मार्केट कमेटी) की बैठक के विवरण जारी होने का इंतजार करने के बावजूद मजबूत एशियाई और यूरोपीय संकेतों ने भी धारणा का समर्थन किया।”
एशिया के अन्य बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की 225, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग बढ़त में रहे।
यूरोपीय बाजार दोपहर के कारोबार में बढ़त में थे। बुधवार को अमेरिकी बाजार नुकसान में रहे थे।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 4,667.92 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कहा कि देश चालू वित्त वर्ष (2025-26) में भी दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा।
बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण, खनन और बिजली क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन के कारण अप्रैल, 2025 में भारत की औद्योगिक उत्पादन वृद्धि धीमी होकर 2.7 प्रतिशत रह गई।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.42 प्रतिशत चढ़कर 65.82 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 239.31 अंक टूटा था जबकि एनएसई निफ्टी में 73.75 अंक का नुकसान रहा था।
भाषा अनुराग