भारत में मीडियाटेक का निवेश भू-राजनीति से नहीं, बल्कि गुणवत्तापूर्ण प्रतिभा से प्रेरित: सीएफओ
रमण
- 21 May 2025, 09:26 PM
- Updated: 09:26 PM
(प्रसून श्रीवास्तव)
ताइपे (ताइवान), 21 मई (भाषा) फैबलेस सेमीकंडक्टर कंपनी मीडियाटेक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि कंपनी का भारत में निवेश गुणवत्तापूर्ण प्रतिभा की उपलब्धता से प्रेरित है, न कि भूराजनीति से।
मीडियाटेक के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) डेविड कू ने कहा कि भारत को कंपनी के लिए चिप का उत्पादन या असेंबल करने में समय लगेगा, क्योंकि देश में हार्डवेयर कार्य के लिए उपलब्ध प्रतिभा अपेक्षाकृत कम है, जबकि सॉफ्टवेयर के मोर्चे पर यह अग्रणी है।
उन्होंने कहा कि मीडियाटेक भारत में एक वैश्विक केंद्र का निर्माण कर रहा है।
कू ने कहा, “भारत में अभी 1,200 लोग (कर्मचारी) हैं। वास्तव में इसे बनाने में समय लगता है। हमने इसे भू-राजनीतिक (मुद्दों) के आने से बहुत पहले ही बना लिया था। वैश्विक टीम बनाने के लिए हमारे पास प्रोत्साहन या प्रेरणा यह है कि हमारे पास अभी भी प्रतिभाओं की कमी है और भारत में बहुत अच्छी प्रतिभाएं हैं।”
कू ने यहां संवाददाताओं से कहा, “हम निश्चित रूप से वैश्विक संसाधन को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इसका कारण शायद भू-राजनीतिक नहीं होगा। इसका कारण प्रतिभा होगी।”
वह भारत के साथ मीडियाटेक की योजनाओं और विचारों तथा वर्तमान भू-राजनीतिक स्थिति के उस पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे।
अमेरिका-चीन शुल्क समझौते का उदाहरण देते हुए कू ने कहा कि भू-राजनीतिक संबंध बदल सकते हैं, लेकिन सही प्रतिभा प्राप्त करना, भू-राजनीतिक मुद्दों की परवाह किए बिना वैश्विक संचालन की नींव रखता है।
उन्होंने कहा कि भारत कंपनी के लिए एक बड़ा बाजार है और मीडियाटेक अनुसंधान और विकास (आरएंडडी) के साथ-साथ विपणन प्रयासों को बढ़ाने के लिए देश में निवेश करना जारी रखेगा।
सेमीकंडक्टर चिप के लिए भारत की आपूर्ति शृंखला का हिस्सा बनने के बारे में पूछे जाने पर, कू ने कहा कि यह एक जटिल प्रक्रिया है।
उन्होंने कहा, “आपूर्ति शृंखला में हम फाउंड्री, पैकेजिंग के बारे में बात करते हैं। मुझे लगता है कि भारत को इसके लिए अभी भी कुछ समय लगेगा।”
मीडियाटेक के पास अपना संयंत्र नहीं है, लेकिन सेमीकंडक्टर विनिर्माता टीएसएमसी के साथ इसकी दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी है जो इसके सभी चिप बनाती है।
भाषा अनुराग रमण
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