गर्मी का प्रकोप बढ़ने से दिल्ली में बिजली की मांग 7,401 मेगावाट पर पहुंची
रमण अजय
- 20 May 2025, 07:21 PM
- Updated: 07:21 PM
नयी दिल्ली, 20 मई (भाषा) दिल्ली में गर्मी का प्रकोप बढ़ने के साथ बिजली की अधिकतम मांग 7,401 मेगावाट पर पहुंच गई है। यह इस मौसम में अबतक की सर्वाधिक मांग है।
वितरण कंपनियों टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लि. (टाटा पावर डीडीएल) और बीएसईएस ने बिजली की बढ़ी हुई मांग को सफलतापूर्वक पूरा करने का दावा किया है।
स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर (एसएलडीसी) दिल्ली के अनुसार, बिजली की अधिकतम मांग मंगलवार दोपहर 3.11 पर सर्वाधिक 7,401 मेगावाट पर पहुंच गई।
दिल्ली में सोमवार को बिजली की अधिकतम मांग 7,265 मेगावाट रही थी।
वितरण कंपनी बीएसईएस के प्रवक्ता ने कहा कि बीआरपीएल (बीएसईएस राजधानी पावर लि.) और बीवाईपीएल (बीएसईएस यमुना पावर लि.) ने अपने-अपने वितरण क्षेत्रों में क्रमश: 3,285 मेगावाट और 1,559 मेगावाट की अधिकतम मांग को सफलतापूर्वक पूरा किया।
उत्तरी दिल्ली में बिजली वितरण कंरने वाली टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लि. ने बयान में कहा कि बढ़ते तापमान के बीच कंपनी ने बिना किसी बाधा के 2,178 मेगावाट की अधिकतम मांग को सफलतापूर्वक पूरा किया, जो इस मौसम का अबतक का सबसे ऊंचा स्तर है।
बीएसईएस ने कहा कि बीआरपीएल के दक्षिण और पश्चिम दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग इस गर्मियों में 4,050 मेगावाट तथा बीवाईपीएल के पूर्वी तथा मध्य दिल्ली में 1,900 मेगावाट पहुंचने का अनुमान है। जबकि पिछले साल इस मौसम अधिकतम मांग क्रमश: 3,809 मेगावाट और 1,882 मेगावाट थी।
बीएसईएस ने कहा कि वह अपने ग्राहकों को भरोसेमंद बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए दीर्घकालीन बिजली खरीद समझौतों के साथ बिजली की मांग का सटीक आकलन करने को लेकर अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग कर रही है।
कंपनी के प्रवक्ता के अनुसार, इसके अलावा, 2,100 मेगावाट से अधिक क्षमता की हरित ऊर्जा बीएसईएस के वितरण क्षेत्रों में भरोसेमंद बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
टाटा पावर डीडीएल ने कहा कि कंपनी 'द्विपक्षीय समझौते', 'रिजर्व शटडाउन’ जैसी व्यवस्था के माध्यम से बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। आपात स्थिति से निपटने के लिए कंपनी ने एक्सचेंज से अल्पकालिक बिजली खरीद की व्यवस्था भी की है।
भाषा रमण