‘ऑपरेशन सिंदूर’: भारतीय सेना की सराहना के लिए अलग-अलग राज्यों में निकाली गयी ‘तिरंगा यात्रा’
जितेंद्र माधव
- 17 May 2025, 07:31 PM
- Updated: 07:31 PM
दिल्ली, 17 मई (भाषा) पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर किये गये सटीक हमलों के लिए भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा शुरू किये गये ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में शामिल सैनिकों को सम्मान में देश के अलग-अलग राज्यों में शनिवार को तिरंगा यात्रा निकाली गयी।
कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं ने भारतीय सशस्त्र बलों की बहादुरी और बलिदान के सम्मान में निकाली गयी रैलियों का नेतृत्व किया।
हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में शनिवार को राज्यसभा सदस्य सिकंदर कुमार के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने विशाल ‘तिरंगा यात्रा’ निकाली। यात्रा में शामिल होने वालों में भाजपा के दो विधायक आशीष शर्मा और इंद्र दत्त लखनपाल भी शामिल थे।
यह यात्रा मुख्य बाजार से होते हुए गांधी चौक पर समाप्त हुई, जहां एक रैली भी निकाली गई।
हाथ में तिरंगा झंडा और बैनर लिए कार्यकर्ता भारतीय सेना के समर्थन में नारे लगा रहे थे।
रैली में शामिल नेताओं ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारतीय सशस्त्र बलों की जीत की सराहना की और कहा कि यह तब तक जारी रहेगा जब तक सभी आतंकवादियों का खात्मा नहीं कर दिया जाता।
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पूरे प्रदेश में रैलियां निकालीं।
प्रदेश सरकार में मंत्री शशि पांजा ने कोलकाता के उत्तरी हिस्से में एक रैली का नेतृत्व किया, जबकि पश्चिम कोलकाता के गार्डन रीच इलाके में एक अन्य रैली में मंत्री और महापौर फिरहाद हकीम ने भाग लिया।
टीएमसी के एक पदाधिकारी ने कहा कि पार्टी ने रविवार तक दो दिनों के लिए ऐसी रैलियां निकालने की योजना बनाई है।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता का जश्न मनाने के लिए अहमदाबाद में ‘तिरंगा यात्रा’ बाइक रैली में हिस्सा लिया।
एक सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने लापकामन गांव से अदाणी शांतिग्राम टाउनशिप तक रैली का नेतृत्व किया।
अदाणी शांतिग्राम टाउनशिप मुख्यमंत्री के घाटलोदिया विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है।
विज्ञप्ति में बताया गया, “खुली जीप में सवार होकर पटेल ने बाइक रैली के पूरे रास्ते में ग्रामीणों से गर्मजोशी से अभिवादन प्राप्त किया।”
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों की बहादुरी का सम्मान करने के लिए लापकामन, लीलापुर, खोडियार और आसपास के गांवों के सैकड़ों युवाओं ने उत्साहपूर्वक इस रैली में भाग लिया।
विज्ञप्ति के मुताबिक, विभिन्न गांवों के सरपंच, पंचायत प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भी रैली में हिस्सा लिया।
नगालैंड के दीमापुर में भाजपा द्वारा आयोजित ‘तिरंगा यात्रा’ में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया।
यह यात्रा सुपर मार्केट इलाके से शुरू हुई और करीब दो किलोमीटर की दूरी तय करते हुए डीडीएससी स्टेडियम में समाप्त हुई।
विभिन्न विद्यालयों और कॉलेजों के विद्यार्थियों व पूर्व सैनिकों सहित हजारों लोगों ने देशभक्ति के जोश के साथ यात्रा में हिस्सा लिया।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण 170 मीटर लंबा राष्ट्रीय ध्वज था, जिसे यात्रा में शामिल लोग गर्व के साथ उठाए हुए थे।
कई लोगों ने ‘ऑपरेशन सिंदू’ के समर्थन में तख्तियां भी पकड़ी हुई थीं।
यात्रा में हिस्सा लेने वाले लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) मंत्री जैकब झिमोमी ने राष्ट्रीय एकता के महत्व और देश की संप्रभुता की रक्षा में सशस्त्र बलों की भूमिका पर जोर दिया।
उन्होंने पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा, “हमने हमेशा अहिंसा और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व में विश्वास किया है, लेकिन कोई भी देश जब उसकी संप्रभुता का उल्लंघन किया जाता है और उसके नागरिकों पर दिनदहाड़े हमला किया जाता है, तो चुप नहीं रह सकता।”
झिमोमी ने आतंकवाद रोधी अभियान के लिए जिम्मेदार पहलगाम हमले का जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि यह रैली भूमि, वायु व समुद्र में भारतीय सशस्त्र बलों की निस्वार्थ सेवा और बलिदान को श्रद्धांजलि है।
भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में छह मई की देर रात पाकिस्तान और इसके कब्जे वाले कश्मीर में स्थित आतंकी ठिकानों पर भीषण वार किया था।
पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे।
भारतीय सेना की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारत के सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया।
पाकिस्तानी प्रयासों का भारतीय पक्ष ने कड़ा जवाब दिया तथा वायु सैन्य ठिकानों, वायु रक्षा प्रणालियों, कमान एवं नियंत्रण केंद्रों तथा रडार स्थलों सहित कई प्रमुख पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को भारी क्षति पहुंचाई।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने 10 मई को घोषणा की कि भारत और पाकिस्तान भूमि, वायु और समुद्र में सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाइयों को तत्काल प्रभाव से रोकने पर सहमत हो गए हैं।
भाषा जितेंद्र