सरकार ने सैन्य कार्रवाई की शुरुआत में ही पाकिस्तान को सूचित किया, यह अपराध है: राहुल
हक दिलीप
- 17 May 2025, 09:30 PM
- Updated: 09:30 PM
नयी दिल्ली, 17 मई (भाषा) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को दावा किया कि सरकार ने "ऑपरेशन सिंदूर" की शुरुआत के समय ही पाकिस्तान को इस बारे में सूचित किया, जो एक अपराध है।
भारतीय जनता पार्टी ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए जयशंकर के बयान को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया और और कहा कि वह सतही एवं भ्रामक विमर्श के जरिए मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के एक बयान का एक वीडियो ‘एक्स’ पर पोस्ट किया और दावा किया कि सरकार ने यह स्वीकार किया कि उसने हवाई हमले की शुरुआत में ही पाकिस्तान को सूचित कर दिया था।
उन्होंने कहा कि खुद विदेश मंत्री ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि भारत सरकार ने ऐसा किया है।
राहुल गांधी ने सवाल किया, "इसे किसने अधिकृत किया? परिणामस्वरूप हमारी वायुसेना ने कितने विमान खोए?"
जयशंकर को इस वीडियो में यह कहते हुए सुना जा सकता है, "ऑपरेशन की शुरुआत में हमने पाकिस्तान को एक संदेश भेजा था, जिसमें कहा गया था कि हम आतंकवाद के ढांचे पर हमला कर रहे हैं और हम सेना पर हमला नहीं कर रहे हैं। इसलिए (पाकिस्तानी)सेना के पास कुछ नहीं करने और इस प्रक्रिया में हस्तक्षेप न करने का विकल्प है। उन्होंने अच्छी सलाह नहीं लेने का फैसला किया।"
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इस वीडियो का हवाला देते हुए कहा, "अमेरिकी विदेश मंत्री द्वारा बार-बार किए जा रहे असाधारण रहस्योद्घाटन पर हमारे विदेश मंत्री कोई जवाब नहीं दे रहे हैं, उन्होंने अब खुद एक चौंकाने वाला खुलासा कर दिया है। यह समझ से परे है कि वह अपने पद पर कैसे बने रह सकते हैं।"
उन्होंने दावा किया, "प्रधानमंत्री ने 19 जून 2020 को सार्वजनिक रूप से चीन को क्लीन चिट देकर भारत की बातचीत की स्थिति को कमजोर कर दिया था। अब उन्होंने जिस व्यक्ति को विदेश मंत्री नियुक्त किया है, उसने इस बयान के जरिए भारत को धोखा दिया है।"
राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, "ऐसा तब होता है, जब बौद्धिक रूप से अक्षम व्यक्ति विशुद्ध रूप से वंश के कारण प्रासंगिक पदों पर पहुंच जाते हैं। वीडियो से यह बिल्कुल स्पष्ट है कि विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने अभियान शुरू होने पर इसके पहले चरण का हवाला देते हुए कहा कि हमने चेतावनी दे दी थी। इसे अब ऑपरेशन शुरू होने से पहले दिए गए बयान के रूप में गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। "
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘बयान को तोड़ मरोड़कर पेश करने के पीछे एक स्पष्ट उद्देश्य है, राहुल गांधी, जिन्होंने पहले भारत की सैन्य तैयारियों को कमजोर करने के प्रयास में राफेल सौदे के संबंध में भ्रष्टाचार के निराधार आरोप लगाए थे, अब सशस्त्र बलों को सीधे तौर पर दोषी ठहराना असंभव मानते हैं। इसलिए इसके बजाय, वह सतही, भ्रामक विमर्श के माध्यम से मुद्दे को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।"
पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने उन दावों को खारिज कर दिया है कि जयशंकर ने कहा था कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से पहले पाकिस्तान को सूचित किया था।
‘एक्स’ पर एक पोस्ट में पीआईबी की फैक्ट चेक यूनिट ने कहा कि मंत्री ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है और उन्हें गलत तरीके से उद्धृत किया जा रहा है।
भाषा हक