ब्रिटेन के विदेश मंत्री पाकिस्तान पहुंचे
संतोष सुरभि
- 16 May 2025, 11:34 PM
- Updated: 11:34 PM
(सज्जाद हुसैन और अदिति खन्ना)
इस्लामाबाद/लंदन, 16 मई (भाषा) ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी शुक्रवार को इस्लामाबाद पहुंचे। अपनी इस यात्रा के दौरान वह आतंकवाद की रोकथाम और भारत तथा पाकिस्तान के बीच ‘नाजुक सैन्य संघर्षविराम’ को ‘स्थायी शांति’ में तब्दील करने में भूमिका निभाने की ब्रिटिश सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर देंगे।
लैमी की यह यात्रा, 2021 के बाद से किसी ब्रिटिश विदेश मंत्री की पाकिस्तान की पहली यात्रा है, जो पहलगाम आतंकी हमलों के मद्देनजर पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाने वाले भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद हो रही है।
पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। ब्रिटेन ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले की निंदा की है। विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) के अधिकारियों ने कहा कि शुक्रवार की मंत्रिस्तरीय यात्रा का उद्देश्य क्षेत्र के लिए निरंतर स्थिरता के महत्व पर जोर देना है।
लैमी ने कहा, ‘‘भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष की तस्वीरें ब्रिटेन में हम सभी के लिए खास तौर पर भारतीय और पाकिस्तानी मूल के लाखों ब्रिटिश नागरिकों और इन दोनों देशों में रहने वाले कई ब्रिटिश नागरिकों के लिए परेशान करने वाली थीं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पहलगाम में हुए भयानक आतंकवादी हमले के बाद से ब्रिटेन ने दोनों देशों के बीच तनाव कम करने, सैन्य संघर्षविराम और आतंकवाद की निंदा करने में सहायक भूमिका निभाने के लिए हर संभव प्रयास किया है।’’
उन्होंने कहा कि यह सकारात्मक बात है कि भारत और पाकिस्तान, दोनों ही ब्रिटेन के महान मित्र हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश शत्रुता को रोकने के लिए सहमत हो गए हैं और सैन्य संघर्षविराम कायम है।
लैमी ने कहा, ‘‘हमारी आबादी और हमारी सरकारों के बीच गहरे और ऐतिहासिक संबंधों हैं और हम आतंकवाद का मुकाबला करने तथा अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह नाजुक सैन्य संघर्षविराम एक स्थायी शांति बन जाए।’’
मंत्री ने इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और विदेश मंत्री इशाक डार सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत की।
एफसीडीओ के अनुसार, उन्होंने शत्रुता समाप्त करने के समझौते के लिए पाकिस्तान और भारत, दोनों द्वारा उठाए गए कदमों की प्रशंसा की।
एफसीडीओ ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सहित वरिष्ठ समकक्षों के साथ बैठकों में विदेश मंत्री ने ब्रिटिश लोगों के जीवन में पाकिस्तानी मूल के लोगों के अमूल्य योगदान पर प्रकाश डाला और माना कि पिछले कुछ सप्ताह दोनों देशों के लोगों और ब्रिटेन में पाकिस्तानी और भारतीय मूल के लोगों के लिए तनावपूर्ण रहे।’’
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, विदेश मंत्री इशाक डार और ब्रिटिश विदेश मंत्री लैमी ने दक्षिण एशिया में हाल के घटनाक्रम, विशेष रूप से पाकिस्तान और भारत के बीच सैन्य संघर्षविराम समझौते के बाद की स्थिति पर विस्तृत चर्चा की।
डार ने तनाव कम करने में मदद करने के लिए ब्रिटेन की रचनात्मक भागीदारी की सराहना की।
भाषा संतोष