ब्रिटेन में भारतीय उच्चायोग ने प्रवासी भारतीय समुदाय को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में जानकारी दी
पारुल माधव
- 15 May 2025, 10:41 PM
- Updated: 10:41 PM
(अदिति खन्ना)
लंदन, 15 मई (भाषा) ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी प्रवासी भारतीय समुदाय के लोगों और सांसदों को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान दर्ज की गई सफलताओं की जानकारी देने के लिए आयोजित किए जा रहे विभिन्न सत्रों का नेतृत्व कर रहे हैं।
लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग ने इस हफ्ते एक परिसंवाद सामुदायिक सहभागिता सत्र का आयोजन किया, जिसमें प्रवासी भारतीयों को भारतीय सशस्त्र बलों के साहस और पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों को प्रभावी ढंग से नष्ट किए जाने के बारे में जानकारी दी गई।
लंदन में बुधवार को भारत सर्वदलीय संसदीय समूह (एपीपीजी) के साथ बैठक में दोरईस्वामी ने भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए हाल में संपन्न वार्ता से उपजे कई अवसरों पर भी प्रकाश डाला।
भारतीय उच्चायोग ने सोशल मीडिया पर जारी एक बयान में कहा, “उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी ने 14 मई को भारत एपीपीजी को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान हासिल की गई सफलताओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने समूह को भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले क्षेत्र में आतंकवादी ठिकानों को दृढ़, जिम्मेदार, नपे-तुले और बहुत प्रभावी ढंग से नष्ट किए जाने तथा आतंकवाद और इसे समर्थन देने एवं वित्तपोषित करने वालों से देश की सुरक्षा की अपनी अटूट प्रतिबद्धता पर अमल करने के लिए कायम नये रुख के बारे में भी बताया।”
बयान के मुताबिक, “दोरईस्वामी ने राष्ट्रीय एकता के महत्व पर प्रकाश डाला और इसे भारत की सबसे बड़ी ताकत बताया, जो देश के सशस्त्र बलों के कौशल और पेशेवर रुख में परिलक्षित होता है।”
भारत ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में सात मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाकर नौ आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए।
भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने आठ, नौ और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का प्रयास किया। इसके जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई सैन्य प्रतिष्ठानों पर जवाबी कार्रवाई की।
दोनों देशों में 10 मई को सैन्य कार्रवाई को तत्काल प्रभाव से पूर्ण रूप से रोकने की सहमति बनी।
भाषा
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