आप ने शुल्क वृद्धि और एक स्कूल से 34 छात्रों के कथित निष्कासन को लेकर भाजपा पर निशाना साधा
धीरज नरेश
- 14 May 2025, 05:57 PM
- Updated: 05:57 PM
नयी दिल्ली, 14 मई (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को आड़े हाथ लेते हुए आरोप लगाया कि उसकी निजी विद्यालयों के साथ ‘सांठगांठ’ है और इसलिए मनमानी शुल्क वृद्धि की बार-बार शिकायतें किये जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
भारद्वाज के आरोपों पर दिल्ली सरकार या भाजपा की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई।
भारद्वाज ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि द्वारका के एक निजी विद्यालय ने 34 छात्रों को इसलिए निष्कासित कर दिया क्योंकि उनके अभिभावकों ने बढ़ी हुई फीस का भुगतान करने से इनकार कर दिया था।
उन्होंने कहा, ‘‘छात्रों को स्कूल के गेट पर ही वापस भेज दिया गया। उन्हें कक्षाओं में जाने की अनुमति नहीं दी गई और उन्हें वापस घर भेज दिया गया। यह सिर्फ 34 बच्चों का मामला नहीं है, यह एक व्यापक मुद्दा है।’’
भारद्वाज ने यह भी आरोप लगाया कि जिन छात्रों ने बढ़ी हुई फीस का भुगतान नहीं किया है, उन्हें कक्षाओं में अपमानित किया जा रहा है।
भारद्वाज ने दिल्ली की भाजपा सरकार पर शुल्क संबंधी शिकायतों की जांच के लिए गठित समितियों द्वारा प्रस्तुत निरीक्षण रिपोर्ट पर कार्रवाई करने में विफल रहने का आरोप लगाया।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘ शुल्क वृद्धि की जांच के लिए एसडीएम और डीएम के अधीन समितियां बनाई गई थीं। रिपोर्टें पेश की गईं, लेकिन भाजपा सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। ये ऑडिट रिपोर्ट सार्वजनिक क्यों नहीं की जा रही हैं?’’
भारद्वाज ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रबंधन विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए गेट पर बाउंसर तैनात कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया, ‘‘अभिभावकों को डराने के लिए बाउंसर का इस्तेमाल किया जा रहा है। इनमें से कई स्कूल मालिक और निदेशक भाजपा के सदस्य हैं और पार्टी में पदों पर हैं।’’
भारद्वाज ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक वीडियो साझा किया है जिसमें कथित तौर पर द्वारका के एक स्कूल के बाहर तैनात गार्ड दिख रहे हैं। उन्होंने इसके साथ पोस्ट किया, ‘‘ भाजपा सरकार के तहत दिल्ली के मध्यम वर्ग के लिए नई सामान्य स्थिति। द्वारका के एक निजी स्कूल के बाहर बाउंसर तैनात हैं।’’
एक स्कूल के 31 छात्रों के परिवारों ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि उनके बच्चों को नेट बैंकिंग के माध्यम से फीस का भुगतान करने के बावजूद कक्षा में जाने से रोक दिया गया है।
भाषा धीरज