द्रमुक ने ‘प्रतिशोध की राजनीति’ के लिए ईडी जैसी एजेंसियों के ‘दुरुपयोग’ की निंदा की
अमित राजकुमार
- 03 May 2025, 08:42 PM
- Updated: 08:42 PM
चेन्नई, तीन मई (भाषा) तमिलनाडु के सत्तारूढ़ दल द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार की निंदा करते हुए उस पर ‘‘प्रतिशोध की राजनीति’’ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
द्रमुक ने इसका कानूनी रूप से सामना करने तथा मुद्दे को जनता की अदालत में ले जाने का संकल्प लिया।
द्रमुक अध्यक्ष एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन की अध्यक्षता में पार्टी के जिला सचिवों की बैठक में पार्टी ने एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें कहा गया, ‘‘जिला पार्टी सचिवों की यह बैठक केंद्र की भाजपा सरकार की कड़ी निंदा करती है, जो अघोषित आपातकाल की स्थिति उत्पन्न कर रही है।’’
द्रमुक ने इस स्थिति के लिए सत्ता के कथित दुरुपयोग को कारण बताया।
द्रमुक ने दावा किया कि सत्ता का दुरुपयोग द्रमुक शासित तमिलनाडु समेत विपक्ष शासित राज्यों में आयकर और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी)की छापेमारी के माध्यम से हुआ। उसने केंद्र सरकार पर "न्यायपालिका समेत सभी स्वायत्त संस्थानों की स्वतंत्रता" का हनन करने का आरोप लगाया।
बैठक को संबोधित करते हुए स्टालिन ने कहा कि द्रमुक ने अपने सफर में कई चुनौतियों का सामना किया है और जो लोग राजनीतिक रूप से पार्टी को हरा नहीं सकते, वे धमकाने की रणनीति अपनाते हैं।
स्टालिन ने कहा, ‘‘इसलिए, हमें भाजपा की धमकियों का राजनीतिक रूप से सामना करना चाहिए।’’
बैठक में पिछले चार वर्षों के दौरान मुख्यमंत्री स्टालिन के नेतृत्व वाली द्रमुक सरकार की उपलब्धियों से जनता को अवगत करने के लिए राज्य भर में 1,244 स्थानों पर जनसभाएं करने का निर्णय लिया गया।
प्रस्ताव में द्रमुक ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई), ईडी और कर विभाग को निष्पक्ष तरीके से काम करना चाहिए लेकिन भाजपा सरकार के चलते इन संस्थानों को ‘‘राजनीतिक प्रतिशोध’’ को लेकर अदालतों की आलोचना झेलने को मजबूर होना पड़ा है।
इसके अलावा, द्रमुक ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने अन्नाद्रमुक जैसी पार्टियों को भाजपा के साथ गठबंधन करने के लिए डराने-धमकाने के लिए अपनी एजेंसियों का दुरुपयोग किया है।
तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी द्रमुक ने कहा कि दिल्ली उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय ने इन केंद्रीय एजेंसियों में भ्रष्टाचार की कथित तौर पर निंदा की है। द्रमुक की बैठक में कहा गया कि वह ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों द्वारा पार्टी के नेताओं के खिलाफ बदले की कार्रवाई का कानूनी रूप से साहस के साथ सामना करेगी।
इसके अलावा, बैठक में भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा ‘‘सत्ता के दुरुपयोग’’ के बारे में लोगों को अवगत कराने का फैसला किया गया तथा चुनाव में भाजपा और उसके सहयोगियों से मुकाबला करने का संकल्प जताया गया।
के. पोनमुडी और वी सेंथिल बालाजी समेत द्रमुक नेता अलग-अलग मामलों के सिलसिले में ईडी की जांच के घेरे में हैं।
प्रस्ताव में पहलगाम में निर्दोष नागरिकों की मौत और हाल ही में पोप फ्रांसिस के निधन पर शोक व्यक्त किया गया। साथ ही, पार्टी ने एक जून को मदुरै में अपनी अगली आम परिषद की बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया।
भाषा अमित