उत्तर भारत में आंधी-बारिश ने ढाया कहर; सात लोगों की मौत, 200 उड़ानें विलंबित
पारुल रंजन
- 02 May 2025, 10:17 PM
- Updated: 10:17 PM
(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली/गुरुग्राम/चंडीगढ़/लखनऊ/शिमला, दो मई (भाषा) दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में शुक्रवार सुबह तेज आंधी के साथ भारी बारिश हुई, जिससे कम से कम सात लोगों की मौत हो गई, सौ से ज्यादा पेड़ उखड़ गए और 200 से अधिक उड़ानों में देरी हुई।
वहीं, जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के बाद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया।
दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के नजफगढ़ इलाके में पेड़ गिरने के कारण एक मकान ढहने की घटना में 28 वर्षीय महिला और उसके तीन बच्चों की मौत हो गई।
एक अधिकारी ने बताया, “पुलिस और दमकल विभाग के अधिकारियों ने मलबे के नीचे दबे पांच लोगों को बाहर निकाला और उन्हें जाफरपुर कलां स्थित नजदीकी अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उनमें से चार को मृत घोषित कर दिया।”
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद और एटा में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य घायल हो गए।
पुलिस के मुताबिक, फिरोजाबाद में शिकोहाबाद-नानेमऊ रोड पर आकाशीय बिजली गिरने से महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत एक सड़क परियोजना पर काम कर रहे दो मजदूरों-सत्येंद्र (35) और विष्णु (25) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य मजदूर देवेंद्र (30) गंभीर रूप से घायल हो गया।
पुलिस ने बताया कि एटा के भगवंतपुर गांव में घास के गट्ठरों को तिरपाल से ढकने की कोशिश कर रहे एक परिवार के चार सदस्य आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए, जिससे दीक्षा नामक 17 वर्षीय किशोरी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसकी बहन सपना गंभीर रूप से झुलस गई। घटना में दीक्षा के भाई और पिता को भी मामूली चोटें आईं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि यह अप्रत्याशित बारिश क्षेत्र में अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी और हवाओं के मिश्रण के कारण हुई।
विभाग के अनुसार, मौसम प्रणालियों के मिश्रण ने आंधी-तूफान की परिस्थितियां पैदा कीं।
दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मथुरा में कई सड़कें जलमग्न हो गईं और वाहनों को घंटों रेंगते हुए देखा गया।
नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि अकेले दिल्ली में 100 से 200 पेड़ उखड़ गए।
फरीदाबाद में लोगों को पानी में आधी डूब गई एक कार को बाहर निकालने की कोशिश करते हुए देखा गया। गाजियाबाद में भी यातायात जाम की स्थिति बनी रही और सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें नजर आईं।
दिल्ली में मिंटो ब्रिज, आईटीओ, मेजर सोमनाथ मार्ग और खानपुर सहित कई इलाकों में जलभराव के कारण लोगों को भारी यातायात जाम का सामना करना पड़ा।
दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर यातायात धीमा रहा, जबकि हीरो होंडा चौक, राजीव चौक और इफको चौक पर भी भारी जाम लगा।
राष्ट्रीय राजधानी में सुबह करीब पांच बजे शुरू हुई और महज तीन घंटे में 77 मिलीमीटर पानी बरसा।
मौसम विभाग ने दिल्ली के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी करते हुए लोगों से अत्यधिक सतर्क रहने और आवश्यक सावधानी बरतने का आग्रह किया है।
गरज के साथ मूसलाधार बारिश होने और तेज हवाएं चलने के कारण दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 200 से अधिक उड़ानों के परिचालन में देरी हुई और तीन उड़ानों के मार्ग में बदलाव करना पड़ा।
एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली हवाई अड्डा आ रही दो उड़ानों को जयपुर और एक उड़ान को अहमदाबाद की तरफ मोड़ा गया।
दिल्ली अग्निशमन सेवा के पास बारिश से जुड़ी घटनाओं के सिलसिले में करीब 100 कॉल आईं।
अधिकारियों के मुताबिक, लुटियंस दिल्ली क्षेत्र में पेड़ गिरने की कम से कम 25 और जलभराव की 12 शिकायतें मिलीं।
टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) के एक प्रवक्ता ने बताया कि टीपीडीडीएल को बिजली कटौती से जुड़ी 22 शिकायतें मिलीं, जिनमें कुछ मिनटों से लेकर एक घंटे के भीतर आपूर्ति बहाल कर दी गई।
बिजली वितरण कंपनी बीएसईएस ने कहा कि कुछ निचले और जलभराव वाले इलाकों में एहतियात के तौर पर बिजली कटौती की गई।
गुरुग्राम में शुक्रवार सुबह भारी बारिश के कारण कुछ इलाकों को छोड़कर शहर का ज्यादातर हिस्सा जलमग्न हो गया।
यातायात पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में बारिश के कारण हुए भूस्खलन के बाद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया।
उन्होंने बताया कि चिनाब नदी में अचानक आई बाढ़ के कारण रियासी और अखनूर सेक्टर में अधिकारियों को नदी के किनारे जाने के खिलाफ चेतावनी जारी करनी पड़ी।
अधिकारी के मुताबिक, “बादल फटने से अचानक आई बाढ़ के बाद रामबन के चंबा सेरी में भूस्खलन के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर दोनों ओर से वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने, फसलों एवं पशुधन को हुए नुकसान का आकलन करने तथा यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि आकाशीय बिजली गिरने और बारिश या तूफान से संबंधित दुर्घटनाओं से प्रभावित लोगों को तत्काल मदद उपलब्ध कराई जाए।
आईएमडी के अनुसार, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तीन-चार मई को कुछ जगहों पर 25-35 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और आंधी-बारिश का पूर्वानुमान है। विभाग ने कहा कि इस अवधि में छिटपुट जगहों पर हवा की गति 40-50 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है।
आईएमडी ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में तीन मई को छिटपुट जगहों पर बारिश होने और चार मई को व्यापक क्षेत्र में पानी बरसने का पूर्वानुमान जताया है। विभाग के मुताबिक, इस अवधि में क्षेत्र में गरज के साथ बौछारें पड़ने और तेज हवाएं (30-50 किलोमीटर प्रति घंटा) चलने की भी संभावना है।
मौसम कार्यालय ने बताया कि हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला और पास के जुब्बारहट्टी इलाके में भी बारिश और ओलावृष्टि ने कहर ढाया।
अधिकारियों के अनुसार, शिमला में सड़क पर खड़े तीन वाहनों पर पेड़ गिरने से टूटीकंडी-आईएसबीटी मार्ग कुछ घंटों के लिए अवरुद्ध रहा।
उन्होंने बताया कि कुफरी, बिलासपुर, रिकांग पियो, बाजुरा, नारकंडा और ताबो में तेज हवा चलीं, जबकि शिमला, जुब्बारहट्टी, सुंदरनगर, जोत, भुंतर, मुरारी देवी और कांगड़ा में गरज के साथ बारिश हुई।
मौसम विभाग केंद्र ने हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार को अलग-अलग स्थानों पर ओलावृष्टि को लेकर ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। उसने राज्य में अगले हफ्ते बृहस्पतिवार तक आंधी, बिजली चमकने और 30-50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने का ‘ऑरेंज’ और ‘येलो’ अलर्ट’ भी जारी किया है।
विभाग के अनुसार, हिमाचल में कई जगहों पर न्यूनतम तापमान में दो से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई और लाहौल एवं स्पीति के ताबो में न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में भी रातभर तेज हवाओं के साथ हुई बारिश के कारण तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई।
स्थानीय मौसम कार्यालय ने बताया कि हिसार, बठिंडा और गुरदासपुर में सबसे अधिक बारिश हुई।
भाषा पारुल