बंदरगाह उद्घाटन समारोह में विजयन, थरूर की मौजूदगी पर मोदी ने कहा, कई लोगों की नींद हराम होगी
सुभाष रंजन
- 02 May 2025, 08:34 PM
- Updated: 08:34 PM
(फोटो के साथ)
तिरुवनंतपुरम, दो मई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन और कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि यहां विड़िण्गम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह के उद्घाटन समारोह में केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और पार्टी के सांसद शशि थरूर की मौजूदगी कई लोगों की ‘‘नींद हराम कर देगी।’’
मोदी ने कार्यक्रम में थरूर की मौजूदगी का सीधे तौर पर उल्लेख ऐसे समय में किया है, जब तिरूवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद पर उनकी ही पार्टी के सहयोगी पहलगाम आतंकी हमले के बाद, भाजपा के प्रति नरम रुख अपनाने का आरोप लगा रहे हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर मोदी के नेतृत्व के तहत भारत की सूझबूझ भरी कूटनीति की प्रशंसा करने को लेकर भी थरूर की कुछ कांग्रेस नेताओं ने आलोचना की है। प्रदेश कांग्रेस नेताओं ने भी थरूर की कुछ टिप्पणियों पर ऐतराज जताया है।
अदाणी समूह द्वारा विकसित बंदरगाह के उद्घाटन समारोह के दौरान अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने विजयन को विपक्षी दलों के गठबंधन का ‘‘स्तंभ’’ भी बताया।
मोदी ने यह भी कहा कि केरल के पत्तन मंत्री वी एन वासवन ने अदाणी समूह को कम्युनिस्ट नीत राज्य सरकार का ‘‘साझेदार’’ बताया था और इसे देश में हो रहे बदलावों का प्रतीक बताया था।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं हमारे मुख्यमंत्री जी से कहना चाहूंगा कि आप ‘इंडिया’ गठबंधन के एक बड़े और मजबूत स्तंभ हैं। शशि थरूर भी यहां बैठे हुए हैं, और मैं कहना चाहूंगा कि आज का यह इवेंट (कार्यक्रम) कई लोगों की नींद हराम कर देगा।’’
हालांकि, उनके भाषण का अनुवाद करने वाले व्यक्ति ने इसका ठीक से अनुवाद नहीं किया, जिस पर प्रधानमंत्री को यह कहना पड़ा कि ‘‘संदेश उन तक पहुंच गया है, जिन तक यह संदेश पहुंचाना था।’’
वहीं, कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पर पलटवार करते हुए कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भी, मोदी विपक्षी नेताओं की ‘‘नींद हराम करने’’ के बारे में सोचना नहीं छोड़ पा रहे हैं।
कांग्रेस महासचिव(संगठन) के. सी. वेणुगोपाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पहलगाम में वीभत्स आतंकी हमले के बाद भी, हमारे प्रधानमंत्री असली खतरा - पाकिस्तान का मुकाबला करने के बजाय, विपक्षी नेताओं की नींद हराम करने के बारे में सोचना नहीं छोड़ पा रहे हैं। उनकी प्राथमिकताएं बिल्कुल ही स्पष्ट हैं : अपने वास्तविक मालिक - (गौतम) अदाणी को खुश करना।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन निश्चिंत रहें, प्रधानमंत्री जी, जब आप ध्यान भटकाने में व्यस्त रहेंगे, हमारी रातें आपको जवाबदेह ठहराने में बीतेंगी।’’
बृहस्पतिवार को मोदी के आगमन पर उनकी अगवानी करने वाले थरूर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘सामान्य रूप से संचालित नहीं हो रहे दिल्ली हवाई अड्डे पर देरी के बावजूद, मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन पर उनकी अगवानी करने के लिए समय पर तिरुवनंतपुरम पहुंचने में कामयाब रहा। विड़िण्गम बंदरगाह को उनके द्वारा आधिकारिक रूप से शुरू किये जाने का बेसब्री से इंतजार कर हूं। यह एक ऐसी परियोजना है जिसकी शुरूआत से ही इससे जुड़े रहने को लेकर मुझे गर्व है।’’
इस बीच, केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन बंदरगाह के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं हुए और समारोह के लिए उन्हें देर से आमंत्रित किए जाने पर विरोध जताया।
सतीशन ने अदाणी समूह के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करने और प्रारंभिक कार्यों को पूरा कर बंदरगाह की स्थापना में ओमन चांडी के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती यूडीएफ सरकार द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार नहीं करने को लेकर सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई थी।
मार्च में थरूर ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर केंद्र सरकार के रुख की प्रशंसा की थी और इसे मोदी के नेतृत्व में भारत की सूझबूझ भरी कूटनीति बताई थी।
पिछले हफ्ते मंगलवार को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद, ‘‘किसी भी देश के पास 100 प्रतिशत पुख्ता खुफिया जानकारी नहीं होने’’ संबंधी थरूर की कथित टिप्पणी को लेकर उनकी पार्टी के सहयोगी उदित राज ने भी तिरूवनंतपुरम से सांसद की आलोचना की थी।
उदित राज ने आश्चर्य जताते हुए कहा था कि कांग्रेस नेता थरूर भाजपा के वकील कैसे बन गए और पहलगाम आतंकी हमले पर केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी को ‘‘क्लीन चिट’’ कैसे दे दी।
वहीं, थरूर ने उदित राज पर पलटवार करते हुए कहा था कि वह (उदित) भाजपा के पूर्व सांसद हैं और वह (थरूर) बखूबी समझते हैं कि भाजपा के लिए कौन बोल रहा है।
भाषा सुभाष