देश का विकास मॉडल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के साथ संस्कृति को भी संरक्षित करने वाला हो: गोपाल
धीरज प्रशांत
- 27 Apr 2025, 12:35 AM
- Updated: 12:35 AM
नयी दिल्ली, 26 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संयुक्त महासचिव कृष्ण गोपाल ने भारत के लिए एक ऐसे विकास मॉडल की वकालत की है, जो न केवल देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने वाला हो बल्कि इसकी संस्कृति, परंपराओं और मूल्य प्रणाली को मजबूत करे और संरक्षित करे।
गोपाल ने शुक्रवार को एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अतीत में भारत एशिया के किसी भी अन्य देश की तुलना में कहीं अधिक बड़ा औद्योगिक और विनिर्माण राष्ट्र था, लेकिन दुर्भाग्य से देश के लोगों को इसके बारे में पता नहीं है और वे विदेशियों की बातों पर भरोसा करते हैं।
यह कार्यक्रम संघ से संबद्ध स्वदेशी जागरण मंच की इकाई स्वदेशी शोध संस्थान द्वारा कुछ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक संस्थानों के सहयोग से आयोजित किया गया था।
गोपाल ने कहा, ‘‘कोई भी आर्थिक प्रगति पर्याप्त नहीं होगी। आर्थिक प्रगति के साथ संस्कार, मूल्य प्रणाली और आध्यात्मिक उत्थान भी आवश्यक है... हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे देश की वैचारिक आधार और संस्कृति भी बनी रहे।’’
उन्होंने कहा कि भारत विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति कर रहा है और दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, लेकिन लगभग 57 प्रतिशत महिलाएं और 67 प्रतिशत बच्चे एनीमिया के शिकार हैं।
गोपाल ने कहा, ‘‘भारत में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों की संख्या विश्व में सबसे अधिक है... लगभग 25 प्रतिशत बच्चों की लंबाई सामन्य से कम है, जिसका अर्थ है कि उन्हें पर्याप्त भोजन नहीं मिलता... जब ऐसी स्थिति है, तो हम यह स्वीकार नहीं कर सकते कि देश अच्छी प्रगति कर रहा है। यह दुखद और चिंताजनक है।’’
संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि देश के विकास मॉडल में किसानों और कृषि को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘कृषि कार्य लाभदायक नहीं है... अगर कृषि को व्यवहार्य बनाना है तो हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि किसानों को उनकी उपज का अच्छा मूल्य मिले। यही कारण है कि वे एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की मांग करते रहते हैं।’’
गोपाल ने कहा कि उद्योगों को ऐसे स्थानों पर स्थापित किया जाना चाहिए, जहां वे गांवों में रहने वाले लोगों को रोजगार प्रदान कर सकें।
संघ पदाधिकारी ने शिक्षा को पूरी तरह मुफ्त बनाने की भी जोरदार तरीके से वकालत की और कहा कि प्राचीन काल में भारत में ऐसी ही व्यवस्था थी।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यक्रम को ऑनलाइन माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से विकास कर रहा है और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एक समृद्ध, गौरवशाली और शक्तिशाली भारत बनाने के प्रयास जारी हैं।
भाषा धीरज