सरकारी बिक्री से सोयाबीन तिलहन में गिरावट, शादी विवाह की मांग से सोयाबीन तेल में सुधार
राजेश राजेश रमण
- 23 Apr 2025, 07:51 PM
- Updated: 07:51 PM
नयी दिल्ली, 23 अप्रैल (भाषा) सरकार की ओर से सहकारी संस्था, नेफेड द्वारा सोयाबीन तिलहन की बिकवाली से देश के तेल-तिलहन बाजार में बुधवार को सोयाबीन तिलहन के दाम में गिरावट रही। वहीं शिकागो मजबूत रहने और शादी-विवाह की मांग के कारण सोयाबीन तेल कीमतों में सुधार देखने को मिला।
आवक कम रहने और शादी विवाह के दौरान मांग होने से सरसों तेल-तिलहन, सोयाबीन तेल, कच्चा पाम तेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तथा बिनौला तेल कीमतों में भी सुधार आया। जबकि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से हाजिर दाम कमजोर बने रहने और सरकारी बिकवाली जारी रहने के बीच मूंगफली तेल-तिलहन के दाम पूर्वस्तर पर बंद हुए।
शिकॉगो एक्सचेंज और मलेशिया एक्सचेंज में सुधार का रुख है।
बाजार सूत्रों ने कहा कि आम तौर पर अप्रैल के महीने में मंडियों में सरसों की आवक 12-14 लाख बोरी की होती थी जो इस बार 7-7.5 लाख बोरी के बीच ही हो रहा है। आवक की कमी बनी हुई है दूसरी ओर शादी विवाह की मांग है और शिकागो एक्सचेंज में मजबूती है। इस वजह से सरसों तेल-तिलहन के दाम में सुधार देखने को मिला।
उन्होंने कहा कि नेफेड की ओर से एमएसपी से काफी नीचे के हाजिर दाम पर सोयाबीन की बिक्री किये जाने से सोयाबीन तिलहन के दाम में गिरावट देखने को मिली। वहीं दूसरी ओर, शिकागो के मजबूत होने, शादी-विवाह की मांग बढ़ने से सोयाबीन तेल के दाम सुधार दर्शाते बंद हुए।
मलेशिया एक्सेंचज के मजबूत रहने की वजह से सीपीओ और पामोलीन तेल के दाम भी सुधार दर्शाते बंद हुए। इन तेलों के दाम कम तो हुए हैं पर इतने भी कम नहीं हुए हैं कि वे आसानी से खप सकें या बाजार की मांग बढ़े।
सूत्रों ने कहा कि बाजार में मूंगफली की बुरी गत हो रही है जहां मूंगफली के हाजिर दाम औंधे पड़े हैं और मूंगफली के किसान अपने फसल को किस तरह खपायें, इसकी समस्या मुंह बाये खड़ी है। इस परिस्थिति में मूंगफली तेल-तिलहन के दाम अपरिवर्तित बने रहे।
उन्होंने कहा कि मूंगफली का एमएसपी 6,783 रुपये क्विंटल के आसपास है लेकिन इसका थोक हाजिर दाम 5,400-5,500 रुपये क्विंटल है। लेकिन सरकार को इस बात पर ध्यान देना होगा कि खुदरा बाजार में मूंगफली या मूंगफली तेल के दाम कम हैं या नहीं। खुदरा में तो मूंगफली तेल-तिलहन में भारी मजबूती बनी हुई है।
मंडियों में सरकार की ओर से मूंगफली की भी बिकवाली चालू है और दाम नीचे चल रहे हैं। किसान कम दाम पर बिकवाली से बचने के लिए आवक घटाये हुए हैं। जाड़े के मौसम में यह मूंगफली, कमजोर आय वर्ग के उपभोक्ताओं के लिए बादाम की हैसियत रखता है। इसके बुवाई का मौसम भी नजदीक है। सरकार को मूंगफली की बुवाई मौसम पर नजर रखनी चाहिये कि मौजूदा परिस्थिति का इसकी आगामी बुवाई पर क्या असर आता है।
उन्होंने कहा कि कम उपलब्धता के बीच बिनौला तेल के दाम मजबूत बंद हुए।
तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:
सरसों तिलहन - 6,300-6,400 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली - 5,725-6,100 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) - 14,150 रुपये प्रति क्विंटल।
मूंगफली रिफाइंड तेल - 2,245-2,545 रुपये प्रति टिन।
सरसों तेल दादरी- 13,050 रुपये प्रति क्विंटल।
सरसों पक्की घानी- 2,355-2,455 रुपये प्रति टिन।
सरसों कच्ची घानी- 2,355-2,480 रुपये प्रति टिन।
सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,550 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 13,400 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 9,450 रुपये प्रति क्विंटल।
सीपीओ एक्स-कांडला- 12,200 रुपये प्रति क्विंटल।
बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 13,450 रुपये प्रति क्विंटल।
पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 13,650 रुपये प्रति क्विंटल।
पामोलिन एक्स- कांडला- 12,450 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।
सोयाबीन दाना - 4,475-4,525 रुपये प्रति क्विंटल।
सोयाबीन लूज- 4,175-4,225 रुपये प्रति क्विंटल।
भाषा राजेश राजेश