पटना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठियां भांजी
योगेश अविनाश
- 11 Apr 2025, 11:47 PM
- Updated: 11:47 PM
पटना, 11 अप्रैल (भाषा) पुलिस ने शुक्रवार को बेरोजगारी के मुद्दे पर प्रदर्शन के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पटना स्थित सरकारी आवास की ओर बढ़ रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए लाठियां भांजी और पानी की बौछारें छोड़ी।
एक अधिकारी ने बताया कि कन्हैया कुमार समेत कांग्रेस के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
कांग्रेस ने ‘‘पलायन रोको, नौकरी दो’’ पदयात्रा के समापन पर शुक्रवार को मार्च का आयोजन किया था, जिसका उद्देश्य बेरोजगारी के मुद्दे पर राज्य के युवाओं को संगठित करना था।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी मुख्यालय सदाकत आश्रम से मार्च शुरू किया। यहां से करीब एक किलोमीटर दूर राजा पुल क्रॉसिंग पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेड लगा रखे थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इन्हें लांघने का प्रयास किया जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने बल प्रयोग किया।
प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास 1, अणे मार्ग तक मार्च निकालने के बाद एक ज्ञापन सौंपना चाहते थे।
कन्हैया कुमार ने कहा, "हम मुख्यमंत्री को विभिन्न क्षेत्रों के लोगों की समस्याओं से अवगत कराना चाहते थे, जिनके बारे में हमें राज्य का दौरा करते समय प्रत्यक्ष रूप से पता चला। यह एक शांतिपूर्ण मार्च था। लेकिन लगता है कि उनकी सरकार और प्रशासन की प्राथमिकताएं कुछ और हैं।"
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और हिरासत में लिये गये अन्य लोगों को स्थानीय पुलिस थाने ले जाया गया और शाम को छोड़ दिया गया।
कांग्रेस की छात्र और युवा शाखाओं द्वारा आयोजित पदयात्रा को राज्य में खुद को मजबूत करने की पार्टी की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि राज्य में कुछ महीने बाद ही विधानसभा चुनाव होने हैं।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव सचिन पायलट और प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने सदाकत आश्रम में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री पायलट ने बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को ऐसा ‘‘डबल इंजन बताया जो आगे नहीं बढ़ता, बल्कि सिर्फ धुआं छोड़ता है।’’
उन्होंने जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर राज्य का लाभ सुनिश्चित करने में विफल रहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह स्थिति तब है जबकि भाजपा केंद्र की सत्ता के लिए जनता दल (यूनाइटेड) के समर्थन पर निर्भर है।
पायलट ने वादा किया कि यदि बिहार में महागठबंधन सत्ता में आया तो उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता ‘‘सरकारी विभागों में रिक्त पदों को भरना’’ होगी। बिहार में कांग्रेस महागठबंधन में शामिल है, जिसका राष्ट्रीय जनता दल (राजद) एक प्रमुख घटक है।
इससे पहले पत्रकारों से बातचीत में पायलट ने मुख्यमंत्री को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि यदि महागठबंधन चुनाव में विजयी रहता है तो विचार विमर्श के बाद तय समय पर इस बारे में निर्णय लिया जाएगा।
जद (यू) प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने दावा किया कि यह राजद के तेजस्वी यादव के लिए एक झटका है जिन्होंने कुछ दिन पहले खुद को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बताया था।
इस बीच, चिराग पासवान ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बेहतर होता कि पार्टी राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के आवास की ओर मार्च करती, जिनके "कुशासन के दौरान बड़े पैमाने पर पलायन शुरू हुआ था।’’
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष पासवान ने हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, "राजग विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज करने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन से न केवल पलायन समाप्त होगा बल्कि लोग अपने राज्य में अवसरों का लाभ उठाने के लिए बिहार लौटना शुरू कर देंगे।"
भाषा योगेश