बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज-बेंज का कम शुल्क और व्यापार बाधाओं के आधार पर मुक्त व्यापार का आह्वान
अनुराग अजय
- 03 Apr 2025, 05:14 PM
- Updated: 05:14 PM
नयी दिल्ली, तीन अप्रैल (भाषा) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शुल्क युद्ध को तेज करने के साथ भारत में जर्मनी की लक्जरी कार विनिर्माताओं- बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज-बेंज ने बृहस्पतिवार को कम शुल्क और व्यापार बाधाओं के आधार पर अधिक मुक्त व्यापार का आह्वान किया। दोनों कंपनियों ने कहा कि यह सभी के लिए फायदेमंद होगा।
वैश्विक स्तर पर अमेरिकी उत्पादों पर लगाए गए उच्च शुल्क को लेकर डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने लगभग 60 देशों पर जवाबी शुल्क लगाया है। इसके तहत अमेरिका ने बुधवार को भारत पर 27 प्रतिशत का जवाबी शुल्क लगाने की घोषणा करते हुए कहा कि भारत, अमेरिकी उत्पादों पर उच्च आयात शुल्क लगाता है।
हालांकि, वाहन और वाहन कलपुर्जों के साथ-साथ इस्पात और एल्युमीनियम की वस्तुएं पहले से ही धारा 232 के तहत 25 प्रतिशत शुल्क के अधीन हैं। इसकी घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 26 मार्च, 2025 को दिए गए आदेश में की थी। ये वस्तुएं नवीनतम आदेश में शामिल नहीं हैं।
बीएमडब्ल्यू ग्रुप इंडिया के अध्यक्ष और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विक्रम पावाह ने पीटीआई-भाषा से कहा, “हम हमेशा से इस बात पर सहमत रहे हैं और हम हमेशा प्रस्ताव देते रहे हैं कि देशों के साथ अधिक मुक्त व्यापार समझौते होने चाहिए। निश्चित रूप से, यह सही रास्ता है, क्योंकि इस तरह से सभी को लाभ होगा, देश में नई प्रौद्योगिकियां आ सकती हैं। उदाहरण के लिए, भारत बाजारों तक पहुंच बना सकता है। इसलिए यह दोनों पक्षों के लिए फायदे वाली स्थिति है।”
वह इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या भारत को आयातित कारों पर शुल्क कम करने की आवश्यकता है।
पावाह ने कहा, “जब तक हम दुनिया के ज़्यादातर देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) की ओर बढ़ रहे हैं, तब तक मुझे लगता है कि इससे वाकई फ़ायदा होगा। यह मुक्त व्यापार समझौतों के बारे में ज़्यादा है। द्विपक्षीय समझौते ही आख़िर में मायने रखते हैं।”
इसी प्रकार के विचार व्यक्त करते हुए मर्सिडीज-बेंज इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ संतोष अय्यर ने कहा, “हमारा मानना है कि वैश्विक आर्थिक वृद्धि और नवोन्मेषण को बढ़ावा देने के लिए खुली और निष्पक्ष व्यापार नीतियां आवश्यक हैं।”
उन्होंने कहा कि कम शुल्क और कम व्यापार बाधाओं पर आधारित मुक्त व्यापार ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार और विकास को काफी हद तक बढ़ाया है, जिससे दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं और समुदायों को लाभ हुआ है।
भाषा अनुराग