महाराष्ट्र : मराठी नहीं बोलने पर सरकारी बैंक के दो प्रबंधकों को मनसे कार्यकर्ताओं ने धमकाया
रवि कांत रवि कांत सुरभि
- 03 Apr 2025, 04:53 PM
- Updated: 04:53 PM
पुणे, तीन अप्रैल (भाषा) महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं द्वारा राज्य के ठाणे और पुणे जिलों में दो अलग-अलग राष्ट्रीयकृत बैंकों के प्रबंधकों को ग्राहकों से मराठी में बात नहीं करने पर धमकाए जाने का मामला सामने आया है।
ये अलग-अलग घटनाएं बुधवार को ठाणे के अंबरनाथ शहर और पुणे के लोनावाला में घटित हुईं। इन घटनाओं के वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुए हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि लोनावाला में पुलिस ने मनसे के एक कार्यकर्ता के खिलाफ गैर-संज्ञेय अपराध दर्ज किया है, क्योंकि उसने बैंक प्रबंधक के साथ बातचीत के दौरान बैंक के एक कर्मचारी को थप्पड़ मार दिया था।
वीडियो में मनसे के कार्यकर्ता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की लोनावाला शाखा के प्रबंधक से मराठी भाषा का इस्तेमाल नहीं करने को लेकर बहस करते नजर आ रहे हैं। मनसे कार्यकर्ताओं ने बैंक के प्रबंधक को स्थानीय भाषा में बात करने की चेतावनी भी दी। वहीं, जब बैंक का एक मराठी भाषी कर्मचारी हस्तक्षेप करने की कोशिश करता है, तो कुछ पार्टी कार्यकर्ता उसे थप्पड़ मारते और केबिन से बाहर धकेलते हुए दिखाई देते हैं।
लोनावाला थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुहास जगताप ने कहा, ‘‘हमने बैंक के कर्मचारी को थप्पड़ मारने के आरोप में मनसे के एक कार्यकर्ता के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। बैंक ने भी शिकायत दर्ज कराई है और हम मामले की जांच कर रहे हैं।’’
इस बीच, एक अन्य घटना में ठाणे के अंबरनाथ शहर में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं द्वारा एक राष्ट्रीयकृत बैंक के प्रबंधक को मराठी में बात नहीं करने पर धमकाए जाने का मामला सामने आया है। इस घटना से इलाके में तनाव बढ़ गया है।
घटना बुधवार को उस समय हुई जब मनसे कार्यकर्ता राष्ट्रीयकृत बैंक में पहुंचे और मराठी में बात नहीं कर पाने के कारण प्रबंधक के साथ आक्रामक तरीके से पेश आए।
मनसे कार्यकर्ताओं ने बैंक के प्रबंधक पर ग्राहकों से बातचीत में राज्य की आधिकारिक भाषा मराठी का प्रयोग न करने का आरोप लगाया।
मनसे कार्यकर्ताओं और बैंक के प्रबंधक के बीच बहस का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
इस घटना के वीडियो क्लिप में मनसे कार्यकर्ताओं को मेज पर जोर से हाथ पटकते, कंप्यूटर मॉनीटर को धक्का देते और प्रबंधक पर चिल्लाते हुए तथा उनसे मराठी में बात करने की मांग करते दिख रहे हैं।
हालांकि, बैंक प्रबंधक इससे अप्रभावित दिखे और उन्होंने मनसे कार्यकर्ताओं से कहा कि उन्हें आधिकारिक संचार में किसी भी स्वीकार्य भाषा का प्रयोग करने की अनुमति है।
वीडियो में बैंक के प्रबंधक को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘‘किसी से स्थानीय भाषा तुरंत सीखने की उम्मीद नहीं की जा सकती, इसमें समय लगता है।’’
राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) की स्थानीय इकाई ने पुष्टि की है कि इस घटना में उसके कार्यकर्ता और सदस्य शामिल थे। यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस विवाद के संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है या नहीं।
इस बीच संबंधित घटनाक्रम में, महाराष्ट्र नवनिर्माण विद्यार्थी सेना के कार्यकर्ताओं ने मराठी भाषा की रक्षा के लिए अपना अभियान जारी रखा।
मनसे के छात्र प्रकोष्ठ के महासचिव संदीप पाचंगे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने ठाणे में जिला परिषद में शिक्षा अधिकारी से मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपकर उन अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की, जो छात्रों को मराठी बोलने से रोकते हैं।
भाषा रवि कांत रवि कांत