महापुरुषों और स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान नहीं करने वालों के लिए समाज में कोई जगह नहीं: योगी
चंदन आनन्द आशीष
- 23 Mar 2025, 09:31 PM
- Updated: 09:31 PM
(फोटो सहित)
कानपुर, 23 मार्च (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि जो देश के महापुरुषों और स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान नहीं कर सकता उसके लिए समाज में कोई जगह नहीं हो सकती।
कानपुर में बिठूर महोत्सव को संबोधित करते हुए योगी ने कहा, ‘‘मैं फिर से कहता हूं कि जो देश के महापुरुषों और स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान नहीं कर सकता, उस व्यक्ति और कौम के लिए कोई जगह नहीं हो सकती।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जो आक्रमणकारी थे, जिन्होंने भारत की आस्था पर हमला किया, जिन्होंने भारत और भारतीयता से नफरत की, जिन्होंने भारत की बहनों और बेटियों के सम्मान को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, जिन्होंने भारत की सनातन संस्कृति को रौंदा, जो भारत की आस्था को कुचल रहे थे, वे कभी भी भारत के लिए आदर्श नहीं हो सकते, वे कभी भी भारत के नागरिकों के लिए आदर्श नहीं हो सकते।’’
आदित्यनाथ ने विदेशी आक्रमणकारियों को आदर्श मानने वाले व्यक्तियों की आलोचना करते हुए उनसे अपने रुख पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया।
उन्होंने इस साल गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर आए इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो द्वारा दिए गए एक बयान को आंखें खोल देने वाला बताया।
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ने कहा था कि अगर कभी हमारा डीएनए टेस्ट किया जाए तो वह भारतीय ही निकलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंडोनेशिया दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम बहुल देश है और उनका (राष्ट्रपति) यह बयान उन लोगों के लिए आंखें खोलने वाला है, जो भारत में विदेशी आक्रमणकारियों को अपना आदर्श मानते हैं।
आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि इस बयान के बाद उन लोगों में भी छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप, गुरु गोविंद सिंह जी महाराज और भारत के इन महान योद्धाओं, महान भारत के महान क्रांतिकारियों के प्रति सम्मान की भावना पैदा होगी और वे भारत को महान बनाने में अपना योगदान देंगे।’’
एक आधिकारिक बयान के अनुसार नानाजी राव पेशवा को समर्पित महोत्सव में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत कानपुर के 1302 उद्यमियों को 5.42 करोड़ का ऋण वितरण, नवनियुक्त 329 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नियुक्ति पत्र तथा मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना के 127 लाभार्थियों को 6.35 करोड़ सहायता राशि प्रदान की गई।
मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी का अवलोकन तथा कवि साहिर योगेश की पुस्तक 'हम करें राष्ट्र आराधन' व मोहन जी द्वारा चरित 'रण धुरंधर नाना साहब पेशवा' का विमोचन किया। आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र से नानाराव पेशवा की जयंती मनाने बिठूर आए लोगों का स्वागत भी किया।
मुख्यमंत्री ने नानाराव पेशवा की पावन जयंती पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि बिठूर प्राचीन काल से ही भारत की आध्यात्मिक धरोहर की प्रतीक रही है। उन्होंने कहा, ‘‘ब्रह्मा जी ने इस सृष्टि की रचना-अपने तप के लिए बिठूर की भूमि का चयन किया था। लव-कुश का लालन-पालन महर्षि वाल्मीकि के सानिध्य में इसी क्षेत्र में हुआ था। ध्रुवटीला बिठूर में है। मां गंगा के सानिध्य में बसी बिठूर नगरी कानपुर की आत्मा है।’’
आदित्यनाथ ने कहा कि नाना जी पेशवा ने इसी धरती को केंद्र बनाकर 1857 की व्यूह रचना की थी। यहां रानी लक्ष्मीबाई ने तीरंदाजी, घुड़सवारी, युद्धकला के गुर इसी धरती से सीखे थे। यह भूमि क्रांतिकारियों की नई प्रेरणा स्थली बनी थी। बिठूर, छत्रपति शिवाजी, नाना राव पेशवा, रानी लक्ष्मीबाई व तात्या टोपे के नाम पर हर भारतीयों की धमनियों में राष्ट्रभक्ति के रक्त का संचार होता है और हर भारतीय गौरव के साथ इन महापुरुषों का स्मरण करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ही भारत मां के वीर सपूत और युवाओं के प्रेरणास्रोत सरदार भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु का बलिदान दिवस भी है। इनके जीवन का लक्ष्य देश को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त करना था। आदित्यनाथ ने डॉ. राम मनोहर लोहिया की जयंती पर उन्हें भी याद किया।
भाषा चंदन आनन्द