कर्नाटक में यूरिया की कमी को लेकर 'गलत सूचना' फैला रही है भाजपा : सिद्धरमैया
अमित प्रशांत
- 28 Jul 2025, 08:10 PM
- Updated: 08:10 PM
मांड्या (कर्नाटक), 28 जुलाई (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर यूरिया के बारे में ‘‘गलत सूचना’’ फैलाने का आरोप लगाया और अपर्याप्त आपूर्ति के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर उंगली उठायी।
सिद्धरमैया ने कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर राज्य को तुरंत उर्वरक उपलब्ध कराने की मांग की है क्योंकि समय से पहले मानसून आने के कारण बुवाई का रकबा बढ़ गया है। उन्होंने भाजपा नेताओं से आग्रह किया कि वे विरोध प्रदर्शन करने के बजाय केंद्रीय मंत्री से बात करें और आपूर्ति सुनिश्चित करें।
मंड्या जिले के मड्डूर में कर्नाटक सरकार द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी 2028 के विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में सत्ता बरकरार रखेगी। उक्त सम्मेलन में विकास कार्यों का उद्घाटन किया गया और आधारशिलाएं रखी गईं।
सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘भाजपा गलत जानकारी फैलाती है... उर्वरकों की कोई कमी नहीं है, लेकिन केंद्र सरकार आवश्यक मात्रा में उर्वरक उपलब्ध कराने में असमर्थ रही है।’’
उन्होंने कहा कि केंद्र को राज्य को 6,80,655 मीट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति करनी चाहिए थी, लेकिन अब तक केवल 5,16,959 मीट्रिक टन ही भेजी गई है।
सिद्धरमैया ने कहा, "मैंने केंद्र सरकार को पत्र लिखा है। इस बार मानसून जल्दी शुरू हो गया है। किसानों ने बुवाई का रकबा बढ़ा दिया है, जिसके लिए उर्वरक की आवश्यकता है और मैंने केंद्र से आपूर्ति सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।’’
इस बीच, भाजपा किसान मोर्चा ने सोमवार से सप्ताह भर का राज्यव्यापी आंदोलन शुरू किया और राज्य सरकार पर "गलत प्रबंधन" के कारण विभिन्न हिस्सों में यूरिया की कृत्रिम कमी पैदा करने का आरोप लगाया।
भाजपा का कहना है कि इससे किसानों में घबराहट फैल गई है। पार्टी ने बिचौलियों और व्यापारियों पर उर्वरक का स्टॉक जमा करने का आरोप भी लगाया।
भाजपा पर यूरिया की कमी के मुद्दे का राजनीतिक लाभ उठाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘क्या हमें भाजपा या बी. वाई. विजयेंद्र (राज्य भाजपा अध्यक्ष) से कोई सबक सीखना चाहिए? जब उनके पिता बी.एस. येदियुरप्पा मुख्यमंत्री थे, तब यूरिया और बीज समय पर नहीं पहुंचे, जिसके कारण किसानों ने प्रदर्शन किया था। उस प्रदर्शन के दौरान गोलीबारी हुई, जिसमें दो किसानों की मौत हो गई थी। उन्हें (भाजपा को) शर्म आनी चाहिए। उन्होंने पहले भी दो किसानों की हत्या की है।’’
उन्होंने दावा किया कि भाजपा शासित मध्य प्रदेश और हरियाणा में यूरिया और डीएपी (डाइअमोनियम फॉस्फेट) जैसे अन्य उर्वरकों की आपूर्ति नहीं हो रही है। सिद्धरमैया ने कहा कि उर्वरक की आपूर्ति केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है और राज्य सरकार का काम केवल इसे वितरित करना है।
उन्होंने कहा, ‘‘वे (भाजपा) कह रहे हैं कि वे राज्य में आंदोलन करेंगे। राजनीति करने के बजाय, भाजपा नेताओं - विजयेंद्र, आर. अशोक और सांसदों को केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा के पास जाना चाहिए और राज्य के लिए उर्वरक लाना चाहिए।"
उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखे हुए कुछ दिन हो गए हैं, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है और न ही उर्वरक की आपूर्ति हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की राजनीतिक रणनीति के बावजूद कांग्रेस 2028 के विधानसभा चुनाव जीतेगी। उन्होंने कहा, "मद्दुर में कांग्रेस विधायक के.एम. उदय एक बार फिर जीतेंगे।"
इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार, कृषि मंत्री एन. चेलुवरायस्वामी, सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायक और मंत्री मौजूद थे।
सिद्धरमैया ने कहा कि उनकी सरकार ने एक ही दिन में 1,146 करोड़ रुपये से ज़्यादा के विकास कार्यों की शुरुआत की है। उन्होंने भाजपा पर राजनीति के लिए यह झूठी जानकारी फैलाने का आरोप लगाया कि सरकार के पास पैसा नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर पैसा नहीं होता, तो क्या करोड़ों रुपये के विकास कार्य शुरू करना संभव होता?’’
उन्होंने कहा कि लगभग 55,000 करोड़ रुपये प्रति वर्ष की लागत से पांच गारंटी योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि इन योजनाओं का पैसा बिना किसी बिचौलिए के सीधे लाभार्थियों के खातों में पहुंचे।
भाषा
अमित